नई दिल्ली: भारत अपना जूनियर विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट सोमवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी.इसी के साथ भारत ने क्वार्टर फाइनल की लाइनअप को लेकर रणनीति बनाना भी शुरू कर दी है. इंग्लैंड के खिलाफ जिस तरह भारत ने प्रदर्शन किया,उससे हॉकी चहितो को भारत से कई उमीदे लगी हुई है.
भारतीय टीम को बस यही चिंता है कि वो ऐसी रणनीति बनाये जिससे वो पूल 'डी' में टॉप कर पूल 'सी' के दूसरे नंबर की टीम से खेले या दूसरे नंबर पर रहकर पूल 'सी' की पहले नंबर पर आने वाली टीम से खेले. पूल 'सी कि विजेता टीम जर्मनी अपने तीनो मैचों को जीत कर प्रथम स्थान पर पहुच गई है. ऐसे में अगर भारत आखिरी लींग मैच को जीतता है तो उससे नॉकआउट दौर में जर्मनी से नहीं खेलना पड़ेगा. लेकिन ये पूल 'सी' में दूसरे नंबर की टीम का फैसला स्पेन और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच के बाद ही पता चलेगा.जाहिर है ऐसे में टीम इंडिया जर्मनी से बचना चाहेगी और यही भारतीय थिंक टैंक की भी यही रणनीति है. इसी वजह है कि कोच हरेंद्र और सीनियर टीम के कोच ओल्टमैंस स्पेन के सभी मैच स्टेडियम में बैठकर देख रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत दर्ज कर अपने ग्रुप में टॉप पर पहुंचना चाहेगी भारतीय जूनियर...