पाकिस्तान और 'कांग्रेस' की भाषा एक जैसी क्यों हैं?
पाकिस्तान और 'कांग्रेस' की भाषा एक जैसी क्यों हैं?
Share:

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बीते दिनों लंदन में दिए बयान को लेकर हंगामा जारी है और भाजपा की तरफ से लगातार उन पर हमला किया जा रहा है. बीते 3 दिनों से सुबह-सुबह केंद्रीय मंत्रियों की तरफ से राहुल गांधी पर हमला करने के बाद आज शुक्रवार (17 मार्च) को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मोर्चा संभाला और कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर देश का अपमान कर रहे हैं. हम देश-विरोधी शक्तियों को सफल होने नहीं देंगे.

जेपी नड्डा ने कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'दुर्भाग्य की बात यह है कि कांग्रेस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो चुकी है. जनता द्वारा बार-बार ठुकरा दिए जाने के बाद अब राहुल गांधी भी इस देश-विरोधी टूलकिट (Anti-Nationalist Toolkit) का एक स्थायी हिस्सा बन चुके हैं.' विदेशी धरती पर देश को अपमानित करने का इल्जाम लगाते हुए नड्डा ने कहा कि, 'एक तरफ आज भारत पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा है और वहीं देश में G-20 की बैठकें हो रही हैं, जबकि राहुल गांधी विदेशी धरती पर देश और संसद का तिरस्कार कर रहे हैं. मैं राहुल गांधी से जानना चाहता हूं इसके पीछे उनकी मंशा क्या है.'

राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि, 'किसी दूसरे देश द्वारा भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की मांग करना भारत की संप्रभुता पर हमला है. मैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी से यह जानना चाहता हूं कि यूरोप और अमेरिका को भारत के मामलों में दखल देने के लिए उकसाने के पीछे उनका क्या इरादा है? आपको इसके लिए माफी मांगनी होगी.' नड्डा ने कहा कि जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी एक ही भाषा क्यों बोलते हैं? पाकिस्तान और कांग्रेस की भाषा एक जैसी क्यों हैं? 

पाकिस्तान और कांग्रेस में वैचारिक समानता:-

दरअसल, नड्डा के कहने का मतलब ये था कि, पाकिस्तान भी अक्सर अंतर्राष्ट्रीय मंचों से आरोप लगाता रहता है कि, भारत कश्मीरियों पर जुल्म कर रहा है, यहाँ भारत में कांग्रेस भी सरकार पर यही आरोप लगाती है। पाकिस्तान भी अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करता है और कांग्रेस भी इसका विरोध करती है। पाकिस्तान भी मौजूदा भारत सरकार को फांसीवादी बताकर उसकी आलोचना करता है, यही बात राहुल गांधी भी लगातार दोहराते हैं। ऐसे में नड्डा यह बताना चाह थे कि, भारत के कट्टर दुश्मन पाकिस्तान और देश पर 50 साल शासन करने वाले राजनितिक दल की सोच आज एक जैसी क्यों होती जा रही है ? क्योंकि, पाकिस्तान तो कभी भारत का भला सोच नहीं सकता, लेकिन उसी पाकिस्तान को पीएम मोदी के शासन से कांग्रेस का शासन पसंद है। इसके पीछे क्या वजह हो सकती है ? शायद इसलिए कि, कांग्रेस 26/11 जैसे आतंकी हमले को RSS की साजिश बताकर पाकिस्तान के आतंकी पापों को ढक देती है ? यदि अजमल कसाब जिन्दा न पकड़ा जाता तो, 26/11 को 'हिन्दू आतंकवाद' ही माना जा रहा होता, क्योंकि इसकी किताब कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने लॉन्च कर ही दी थी। यही पाकिस्तान चाहता था और कांग्रेस ने अप्रत्यक्ष रूप से उसकी मदद ही की थी।

यह भी गौर करने वाली बात है कि, पाकिस्तान भी RSS के खिलाफ जहर उगलते ही रहता है और राहुल गांधी ने भी अपनी 150 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा में संघ पर हर दिन हमला बोला था।  हालाँकि, वे पूरी यात्रा में RSS की विचारधारा से लड़ना जरूर सिखाते रहे, लेकिन आतंकी विचारधारा से बचने का तरीका नहीं सिखाया, जाहिर है पाकिस्तान भी ये नहीं सिखाता। यहाँ तक कि, ब्रिटेन में भी राहुल RSS पर काफी कुछ बोले थे, लेकिन पुलवामा के आतंकी हमले को उन्होंने केवल कार ब्लास्ट कहकर समाप्त कर दिया था यानी राहुल आतंकवाद का नाम लेने से कतरा रहे थे। ऐसे में ये समझा जा सकता है कि, भारत का दुश्मन पाकिस्तान क्या चाहता है और कांग्रेस से उसकी कैसी वैचारिक समानता है।  

'अमृतपाल सिंह जैसे कई आएंगे, पाकिस्तान करता है इस्तेमाल..', पूर्व खालिस्तानी नेता जसवंत ठेकेदार का दावा

स्वरा भास्कर की शादी में पहुंचे राहुल गांधी, लोग बोले- टुकड़े टुकड़े गैंग वाले आ गए...

'आतंकी संगठन' है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने ISIS और अलक़ायदा वाली सूची में रखा

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -