नई दिल्ली: हाल ही के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में जेएनयू हिंसा की निंदा की और इसके लिए पुलिस कमिश्नर पर आरोप लगाए. जंहा उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मामले में दिल्ली पुलिस आयुक्त को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि जवाबदेही की शुरुआत पुलिस आयुक्त से होती है और यह गृह मंत्री तक जाती है.
जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि उन्होंने कहा कि हम तेजी से अराजकता की ओर जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘ जेएनयू हिंसा इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि हम तेजी से अराजकता की ओर जा रहे हैं. वहीं इस बात पर भी गौर फ़रमाया गया है कि केंद्र सरकार, गृह मंत्री, एलजी और पुलिस आयुक्त की निगरानी में यह घटना भारत के अग्रणी यूनिवर्सिटी में हुआ जो राष्ट्रीय राजधानी में स्थित है. उन्होंने कहा, ‘हमारी मांग है कि 24 घंटे के भीतर हिंसा फैलाने वालों को पहचान कर गिरफ्तार किया जाए. साथ ही अधिकारियों पर जवाबदेही तय कर तत्काल कार्रवाई भी की जाए.’
वहीं इस बात पर उन्होंने कहा कि जवाबदेही गृह मंत्री अमित शाह की भी बनती है. वहीं आगे उन्होंने कहा, ‘रविवार रात जेएनयू में भयावह घटना हुई. जंहा यह पूरी तरह इस बात को साबित करता है कि हम अराजकता की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं.’ आगे उन्होंने कहा, ‘यदि इस हिंसक हमले के संबंध में खुफिया जानकारी नहीं थी तब सरकार के खुफिया तंत्र की विफलता है और यदि जानकारी थी और तब यह हुआ तब तो सरकार की विफलता है.
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