पटना : दलितों के खिलाफ दिए अपने बयान के कारण विदेश राज्य मंत्री वी.के.सिंह चौतरफा घिर गए है। सभी ओर से विरोध के स्वर फूट पड़े है। भाजपा के बिहार में सहयोगी जीतन राम मांझी ने सिंह के इस बयान को सामंतवादी सोच बताया है और कहा कि जितनी भी निंदा हो कम ही है। फरीदाबाद में हुए मौतों पर कुते वाली बयान से वी.के.सिंह विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए है। सभी उनकी जमकर आलोचना कर रहे है। उन्होने कहा था कि कुत्ते को पत्थर भी मारे जाने पर सरकार ही बदनाम होती है।
भाजपा आई पक्ष मे-
भाजपा ने सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि उनका वो मतलब नही था। बयान को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया। घटना की वो पहले ही निंदा कर चुके है। भाजपा प्रबक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉंफ्रेंस में कहा कि उन्होने अपने पक्ष में पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया है और यदि किसी को ठेस पहुँची तो माफी माँगता हूँ।
कांग्रेस ने कहा-
मोदी सरकार के मंत्री हर रोज एक विवाद की नीति का पालन कर रहे है। कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने सिंह के इस्तीफे की मांग की है। तो वही रिजीजू के बयान पर उन्हे माफी मांगने को कहा है। किरण रिजीजू ने बुधवार को उतर भारतीयों पर बयान दिया था कि उन्हें गलती करने पर गर्व महसूस होता है। सूरजेवाला ने सिंह के बयान को अमानवीय, घोर दलित विरोधी व गरीब विरोधी बताया है।
आप ने कहा-
अरविंद केजरीवाल ने सिंह को फौरन बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि हम कल लिखित शिकायत करेंगे और एसटी एससी आयोग भी जाँएगे।
बसपा ने कहा-
बसपा प्रमुख मायावती ने इसे दलितों का अपमान बताया है।
सफाई देते-देते फिर हुई टंग स्लीपिंग
कुत्ते वाले विवादित बयान के चौतरफा विद्रोह से बौखलाए वी.के.सिंह ने पत्रकारों को पागल खाने जाने की सलाह दी।