रांची: झारखंड के हजारीबाग जिला स्थित बरही में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में एक युवक की जान चली गई। मृतक की शिनाख्त 22 वर्षीय मोहम्मद असफाक खान के रूप में हुई है। परिजनों ने असफाक की पिटाई का इल्जाम लगाया है। परिजनों का कहना है कि थाने में असफाक की बुरी तरह से पिटाई की गई, जिससे उसे जानलेवा चोटें आईं। बरही अनुमंडलीय अस्पताल के बाहर बवाल कर रहे परिजनों ने कहा कि असफाक 3 भाइयों में अकेला भाई था और मजदूरी कर परिवार की आजीविका चलाता था। स्थानीय ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि पुलिस ने असफाक को ताला तोड़कर चोरी करने के इल्जाम में पकड़ा था।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस हिरासत में असफाक की मौत के विरोध में परिवार वालों और स्थानीय ग्रामीणों ने हजारीबाग-धनबाद रोड जाम कर दिया है। लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। बताया जाता है कि बरही के कोनरा कृष्णापुरी में ताला तोड़कर चोरी करने का इल्जाम लगाकर ग्रामीणों ने असफाक को पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस सोमवार की देर शाम उसे बरही थाने ले आई थी। बताया जा रहा है कि असफाक को पूरी रात थाने में रखा गया। आरोप है कि मंगलवार की रात लगभग 11 बजे पुलिस असफाक को अनुमंडलीय अस्पताल में छोड़कर चली गई। परिजनों को जब असफाक की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली, तो वे अन्य ग्रामीणों के साथ अस्पताल पहुंचे, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
असफाक की मौत की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने सड़क जाम कर दिया जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। CO अरविंद देवाशीष टोप्पो मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। खबर लिखे जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी था। जाम के कारण वाहन फंसे हैं। पदाधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे।
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