सियोल : दक्षिण कोरिया और जापान के विदेश मंत्री एक महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर बातचीत करेंगे। दोनो के बीच वार्ता युद्धकालीन यौन दासियों को लेकर होनी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इससे कुछ समाधान भी निकले। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री युन ब्युंग से और जापानी विदेश मंत्री फुमियो किशिदा के बीच होने वाली बातचीत के कुछ ही घंटे पहले ये जानकारी सार्वजनिक की गई।
कोरियाई मीडिया ने कहा कि कोरिया और जापान समझौते के शब्दों में उलझे हुए है। बता दें कि दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान ने करीब 2 लाख महिलाओं को यौन दासी बनाया था। इन दासियों में ज्यादातर उतरी कोरिया और दक्षिणी कोरिया से थी। सेना में इन महिलाओं को यौन दासी या कम्फर्ट वुमन कहा जाता था।
दक्षिण कोरिया की मांग है कि जिंदा बची 46 महिलाओं से औपचारिक माफी मांगे और उन्हें उचित मुआवजा भी दे। सूत्रों का कहना है कि दोनो देशों की सरकारो को इस मामले में सहमति के कुछ बिंदु दिखे है। कहा तो यह भी जा रहा है कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी एक पत्र लिखकर पीड़ितों के प्रति खेद जताएंगे। दोनो देशों के संबंधों के बीच ये मसला एक बादा बना हुआ है।