देश में बढ़ती महंगाई ने ना केवल सरकार को हिला कर रख दिया है बल्कि साथ ही आम आदमी की भी कमर तोड़ कर रख दी है. जी हाँ, जहाँ देश में एक तरफ ऑइल के भावों में उछाल देखने को मिल रहा है वहीँ दूसरी तरह खड़ी सामग्रियों के बढ़ते भाव भी रुलाने को बिलकुल तैयार बैठे हुए है. पहले जहाँ दाल के भावों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही थी अब उसके साथ ही अन्य खाद्य उत्पाद भी महंगाई की रह पर चल पड़ा है. देश में दाल के साथ ही काला चना, सरसों, तेल, चीनी और देशी घी भी महंगा हो रहा है. यहाँ तक की सरसों के तेल ने तो इस बार महंगाई के मामले में रिकॉर्ड बढ़त बनाई है. जी हाँ, पहले जहाँ यह 100 से 110 रूपये प्रति किलो पर देखने को मिल रहा था, वहीँ अब इसकी कीमत 150 के आंकड़े को भी पर कर चुकी है.
अरहर की दाल के बारे में बात करे तो यहाँ भाव 200 रूपये प्रति किलो का आंकड़ा बहुत पहले ही पार कर चुके है. देशी घी के बारे में आपको बताये तो जहाँ यह आंकड़ा पहले 300 रूपये प्रति किलो से निचे देखने को मिल रहा था वहीँ अब यह 300 के आंकड़े को पार कर 310 से 350 पर पहुँच गया है. यहाँ तक की बाजार से तो यह खबर भी सामने आई है कि किसी भी किस्म की दाल 120 रूपये प्रति किलो से निचे तो बाजार में उपलब्ध ही नहीं है.
बाजार सूत्रों की माने तो यह सुनने में आ रहा है कि त्यौहारों का समा शरू हो चूका है और इस दौरान भाव कम होने के बजाय और बढ़ सकते है क्योकि इन दिनों बाजारों में खरीददारों की धूम रहती है. लेकिन साथ ही यह भी सुनने में आ रहा है कि सरकार भी इस कोशिश में लगी हुई है कि लोगों को त्यौहारी सीजन में इस महंगाई का सामना ना करना पड़े और त्योहारों की चमक पर भी इसका कोई असर ज्यादा ना देखने को मिले.