इस्लामाबाद. पाकिस्तान की और से जारी एक बयान में कहा गया कि भारत के पास इतनी विखंडनीय सामग्री है कि वो 2000 से ज़्यादा एटम बम का निर्माण कर सकता है. गुरुवार को जारी एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई. नैशनल कमांड अथॉरिटी (एनसीए) का निष्कर्ष है कि भारत का बढ़ता हुआ परमाणु कार्यक्रम गैर मौजूदगी क्षेत्र की स्थिरता को बिगाड़ रहे हैं. इस वजह से पाकिस्तान को अधिकतम प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखना पड़ रहा है. पाकिस्तान के एक प्रमुख अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा है कि देश की शीर्ष नीतियों का निर्धारण करने वाली संस्था ने अपनी एक बैठक में देश की रणनीतिक कार्यक्रम की समीक्षा की है.
इस बैठक में पड़ोसी राज में तेज़ गति से हो रहे रणनीतिक और पारंपरिक क्षमता के विकास पर विशेष गौर किया गया. मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय अनुमानों के विपरीत पाकिस्तान का मानना है कि भारत के पास रिएक्टर ग्रेड और वेपन ग्रेड प्लूटोनियम जैसी इतनी विखंडनीय सामग्री मौजूद है कि 2000 से अधिक एटम बम बनाए जा सकते हैं. यह आगे कहा गया कि नई दिल्ली में प्लूटोनियम स्टॉक बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तानी का आकलन है कि भारत 2013 के अंत तक 0.8-1 टन वेपन ग्रेड और 15 टन रिएक्टर ग्रेड प्लूटोनियम का उत्पादन कर चूका था.
इससे 2000 एटम बम बनाए जा सकते हैं. आपको बता दे कि इस बैठक की अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने की. इस बैठक में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, वित्त मंत्री इशाक डार, आंतरिक मंत्री चौधरी निसार, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज, ज्वाइंट चीफ़ ऑफ स्टाफ कमेटी चेयरमैन जनरल रशद महमूद, तीनों सेनाओं के प्रमुख और रणनीतिक योजना डिवीज़न के डायरेक्टर जनरल मौजूद रहे.