नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक और अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल, विदेशी निवेशकों ने जुलाई 2023 में लगातार पांचवें महीने भारतीय इक्विटी में अपनी तेजी का सिलसिला जारी रखा है, जिससे भारत को 45,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्राप्त हुआ है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 28 जुलाई, 2023 तक भारतीय शेयरों में 45,365 करोड़ रुपये की शुद्ध राशि का निवेश किया है, जो मुख्य रूप से भारत में स्थिर व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांत, स्थिर आय वृद्धि और चीनी अर्थव्यवस्था में देखी गई प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण संभव हुआ है।
मौजूदा महीना 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध FPI निवेश देखने वाला लगातार तीसरा महीना है। हालाँकि, पिछले सप्ताह FPI खरीदारी की गति में कमी देखी गई और ये निवेशक पिछले सप्ताह दो दिनों के लिए शुद्ध विक्रेता बने रहे थे। NSDL के आंकड़ों के अनुसार, FPI ने जून 2023 में कुल 47,148 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो अगस्त 2022 के बाद दस महीनों में उच्चतम स्तर है, जब घरेलू इक्विटी में निवेश प्रवाह 51,204 करोड़ रुपये था।
उन्होंने मई में भारतीय शेयरों में 43838 करोड़ रुपये की शुद्ध राशि का निवेश किया, जबकि मार्च में कुल 7936 करोड़ रुपये और चालू कैलेंडर के पहले दो महीनों में दलाल स्ट्रीट से 34000 करोड़ रुपये से अधिक डेबिट करने के बाद अप्रैल 2023 में 11630 करोड़ रुपये का निवेश किया। बता दें कि, 2023 में अब तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटी में 1.22 लाख करोड़ रुपये का संचयी निवेश किया है। भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर बनी हुई है, जो सकारात्मक है और विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।