इंसान की महत्वाकांक्षा बन रही मानवता के लिए भस्मासुर!
इंसान की महत्वाकांक्षा बन रही मानवता के लिए भस्मासुर!
Share:

एक बार मुंबई के सीमावर्ती इलाके में एक बाघ घुस आया। यह बाघ यहां पेड़ पर चढ़ गया। मानव की आबादी व्यस्त ट्रेफिक को देखकर यह बाघ बिफर गया। स्वयं परेशान होकर यहां वहां दौड़ने लगा। बाघ की हलचल से रहवासी भी परेशान हो उठे। नई दिल्ली के चिडि़याघर में एक व्यक्ति बाघ के क्षेत्र में चला गया। कुछ देर बाद बाघ लोगों की भीड़ से उत्तेजित हुआ और उसने व्यक्ति को घायल कर दिया। भोपाल में भी कुछ ऐसे ही हालात बने। सिमटता जंगल इंसान के लिए ही खतरनाक साबित हो रहा है।

जंगल के समीप और जंगल के क्षेत्र में होने वाले निर्माण कार्य के कारण बाघ जंगल का दायरा तोड़कर इंसानी आबादी के बीच पहुंच जाता है। नवंबर 2015 का यह मामला बेहद आश्चर्य में डालने वाला है और कई गंभीर परिणामों की ओर आगाह भी करता है। लोग बाघों से डर रहे हैं तो बाघ खुद ही बदहवास दौड़कर इंसान से बचने की दहाड़ मार रहे हैं।

आखिर एकाएक यह सब कैसे हो रहा है। यह सब हो रहा है। इंसानी क्रियाकलापों के कारण इंसान ने गांवों की आबोहवा को पेस्टिसाईज़, रासायनिक उर्वरक, प्रदूषित जल, फैक्ट्रियों के धुंऐ से प्रदूषित कर दिया अब उसे जगह नहीं मिल रही तो वह वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास पर भी हमला कर रहा है। जिसके चलते वन्य जीव प्राकृतिक आवासों की तलाश में रहते हैं मगर प्राकृतिक आवास नष्ट हो जाने पर ये वन्य जीव भटकाव का अनुभव कर रहे हैं।

कभी लकड़बग्घे शहरों की ओर दौड़ पड़ते हैं तो कभी छोटी और कभी मगरमच्छ न पाए जाने वाली नदी में अचानक मगरमच्छ दिखाई देने लगता है। इतना ही नहीं वर्षों पुराने और बहुत बड़े कुछुए अब लुप्त होने लगे हैं। अब तो कछुए बहुत ही कम मिलते हैं। यह सब क्यों हो रहा है। क्या आपने कभी सोचा है। बारिश के बाद नदियां सूखने लगती हैं।

बारिश के मौसम में और बेमौसम बारिश से नदियों में बाढ़ तो आ जाती है लेकिन इसके बाद नदियां सूखने लगती हैं और फिर नदियों में जीवन जीने वाले जलीय जीव अपना अस्तित्व खोने लगते हैं। इसका एक मात्र उपाय नज़र आता है। मानव का प्राकृतिक तत्वों से सहसंबंध। मानव जितनी जल्दी भौतिकवादी दुनिया को छोड़कर नैसर्गिक तरीके से अपने जीवन को जीऐगा वह उसके लिए उतना ही लाभकारी होगा। 

लव गडकरी

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -