आज ही अपनी लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव, कंट्रोल होगी डायबिटीज
आज ही अपनी लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव, कंट्रोल होगी डायबिटीज
Share:

आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में बढ़ते तनाव और खान-पान की खराब आदतों के कारण लोगों में डायबिटीज का खतरा बढ़ गया है। आजकल मधुमेह न केवल बुजुर्गों में बल्कि बच्चों में भी तेजी से फैल रहा है। मधुमेह की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने में विफल हो जाता है। हालांकि, डॉक्टरों के मुताबिक, आहार और जीवनशैली में कुछ बदलाव करने से मधुमेह को नियंत्रित करने में काफी मदद मिल सकती है। आइए आपको बताते है कैसे कुछ खाने की आदतों को अपनाने से व्यक्तियों को अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

खान-पान की आदतों से रक्त शर्करा को नियंत्रित बनाए रखना:
भोजन के लिए एक विशिष्ट समय तय करें: भोजन का विशिष्ट समय निर्धारित करने से रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में मदद मिल सकती है। यह इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाता है और दैनिक दिनचर्या को नियमित करता है।
शाम 6 से 7:30 बजे के बीच रात्रि भोजन करें: इस समय सीमा के दौरान रात्रि भोजन करने से पाचन के लिए पर्याप्त समय मिलता है और रात के दौरान रात्रि हाइपोग्लाइसीमिया (निम्न रक्त शर्करा) या हाइपरग्लाइसीमिया (उच्च रक्त शर्करा) का खतरा कम हो जाता है।
रात का खाना हल्का और स्वस्थ रखें: अपने रात के खाने में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ और सब्जियां शामिल करें। परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट से बचें, क्योंकि वे न केवल ऊर्जा प्रदान करते हैं बल्कि शरीर में शर्करा अवशोषण की दर को कम करने में भी मदद करते हैं।
रात के खाने के बाद नियमित रूप से रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी करें: नियमित निगरानी से रक्त शर्करा के स्तर पर विभिन्न खाद्य पदार्थों के प्रभाव को निर्धारित करने में मदद मिल सकती है।

बचने के लिए सामान्य गलतियाँ:
सोने से ठीक पहले खाने से बचें: देर रात भोजन करने से शरीर की प्राकृतिक लय बाधित हो सकती है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। रात के समय चयापचय धीमा हो जाता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि होती है।
रात में परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट से बचें: रात के दौरान परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से बचें, क्योंकि वे रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं।
तनावपूर्ण माहौल में खाने से बचें: तनावपूर्ण माहौल में खाना खाने से कोर्टिसोल हार्मोन का स्राव शुरू हो सकता है, जो पाचन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
इन दिशानिर्देशों का पालन करके, व्यक्ति अपने रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं और मधुमेह के खतरे को कम कर सकते हैं। समग्र स्वास्थ्य और मधुमेह प्रबंधन के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाना और सूचित आहार विकल्प बनाना आवश्यक है।

किसके लिए कितनी देर नींद लेना है जरुरी, यहाँ जानिए

डेली रूटीन में आज से ही शामिल करें ये चीजें, मिलेंगे चौंकाने वाले फायदे

नींद ही नहीं, कई बीमारियों को जन्म देते है खटमल, ऐसे करें इनका खात्मा

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -