ईसाईयों में कैसे मनाया जाता है गुड फ्राइ डे
ईसाईयों में कैसे मनाया जाता है गुड फ्राइ डे
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गुड फ्राइडे को ईस्टर फ्राइडे, होली फ्राइडे या ब्लैक फ्राइडे जैसे कई  जैसे कई नामों से जाना जाता है. गैर ईसाई सोचते होंगे कि ईसाइयों के लिए यह एक उत्सव होता है पर असल में ईसाइयों के लिए यह दिन वेदना से भरा हुआ होता है. इस दिन का इतिहास दुखदायी, दर्दनाक, त्रसादीपूर्ण है. इसी दिन भगवान ईसा मसीह को तत्कालीन धार्मिक कट्टरपंथियों ने सूली पर चढ़वा दिया था.

गुड फ्राइडे यही वो दिन है जब दुनिया को मानवता का उपदेश देने वाला, सहनशीलता का पाठ पढ़ाने वाला, क्षमा करने की प्रेरणा देने वाला वो शख्स जिन्हें ईसाई ईश्वर का पुत्र मानते हैं वही ईसा मसीह, जीसस क्राइट जिन्हें उनके मानवीय और प्रेम के संदेश देने के बदले में तत्कालीन धार्मिक कट्टरपंथियों, कर्मकांडियों ने अपने लिये ख़तरा समझा और रोम के शासक से शिकायत कर उसे सूली पर टंगवाया था लेकिन ईश्वर के इस पुत्र ने तब भी प्रभु से यही प्रार्थना की कि, हे ईश्वर इन्हें माफ करना ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं. प्रभू ईसा मसीह के बलिदान का दिवस है गुड फ्राइडे.

गुड फ्राइडे ईस्टर रविवार से दो दिन पहले मनाया जाने वाला पर्व है और इसे होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे इत्यादि नामों से भी जाना जाता है.

कैसे होता है गुड फ्राइडे का निर्धारण ?

हिंदू कैलेंडर के चंद्र मास की तरह ही गिरजाघर संबंधी चंद्र मास भी होता है जो नये चंद्रमा यानि प्रतिपदा से ही आरंभ होता है. 8 मार्च से 5 अप्रैल के बीच जो नव चंद्रमा दिखाई देता है उससे पास्का विषयक चंद्र मास का आरंभ होता है. इसी मास के तीसरे रविवार को ईस्टर यानि ईसा के पुनरोत्थान यानि पुन: जीवित होने का पर्व मनाया जाता है जो लगभग 40 दिनों तक मनाया जाता है.  ईस्टर से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को ही गुड फ्राइडे कहा जाता है.

कैसे मनाते हैं गुड फ्राइडे ?

गुड फ्राइडे ईसाई धर्म के अनुयायियों का बहुत ही खास पर्व है. इस दिन लोग उपवास भी रखते हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कार्य ईसा के उपदेशों का स्मरण करना, उन्हें अपने जीवन में धारण करने का होता है. ईसा मसीह को परमेश्वर का पुत्र माना जाता है और उन्हें यीशु के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन उन्हें मानने वाले उनके उपदेशों को सुनते हैं. उनके बताये प्रेम, सत्य और विश्वास के मार्ग पर चलने का प्रण लेते हैं. चर्चों में प्रार्थनाओं का आयोजन होता है और अधिकतर जगहों पर इस दिन अवकाश भी घोषित होता है.  कुछ स्थानों पर लोग काले कपड़े धारण कर यीशु के बलिदान दिवस पर शोक भी व्यक्त करते हैं. 

इस दिन चर्च में बेली नहीं बजाई जाती और नहीं कैंडिल जलाये जाते हैं बल्कि लकड़ी को खटखटाकर आवाज़ की जाती है और क्रॉस को चूमकर प्रभू इशू को याद करते हैं.  जगह-जगह प्रभू इशू के बलिदान को यादकर पथ यात्रा निकली जाती है. इस दिन अधिकतर लोग काले कपड़े पहनकर चर्च जाते हैं. कई जगह कार्यक्रम किये जाते हैं जहाँ प्रभू इशू के उपदेश लोगों को सुनाये जाते हैं और मानवता की भलाई के लिए प्रार्थना सभा एवं अन्य कार्यक्रम जैसे वृक्षारोपण किये जाते हैं.  

 

इस साल कब मनाया जायेगा गुड फ्राइडे 

इस साल गुड फ्राइडे का पर्व ग्रेगोरियन कैलेंडर यानि कि जिसे आम तौर पर दुनिया भर में माना जाता है जो 1 जनवरी से लेकर 30 दिसंबर तक होता है के अनुसार 30 मार्च को पड़ेगा.

 

 

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