पटना : जिस बच्ची के साथ रेप की घटना हुई है, उसका अब डीएनए टेस्ट होगा। लेकिन उसकी महज इतनी भी उम्र नहीं है कि वह डीएनए टेस्ट का अर्थ समझे। हालांकि रेप पीड़िता के साथ एकाध सामाजिक संस्था है और उनकी ओर से यह प्रयास किया जा रहा है कि चाहे जो कुछ भी हो, रेप करने वाले दोषी को सजा तो मिले ही वही पीड़िता बच्ची भी अपनी नई जिंदगी शुरू करें।
बताया गया है कि रेप पीड़िता की उम्र महज 12 वर्ष है। रेप होने के बाद वह गर्भवती हो गई है और यह जानकारी पीड़िता के परिजनों को उस वक्त लगी थी, जब उसने पेट दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गये तो परिजनों की जमीन खिसक गई क्योंकि जो बात चिकित्सकों ने बताई, उसकी कल्पना तक नहीं की जा सकती थी। बताया जाता है कि रेप का आरोपी पुलिस ने पकड़ तो लिया था लेकिन कोर्ट मंे पुलिस समय पर चार्जशीट दखिल नहीं करने के कारण आरोपी को जमानत मिल गई और वह आजाद होकर आराम से घूम रहा है।
पुलिस को रेप के आरोपी ने अपनी उम्र 14 वर्ष बताई थी, परंतु जब पुलिस ने छानबीन की तो मामला 17 वर्ष होना निकला। पुलिस के अनुसार रेप की घटना बच्ची के साथ उस वक्त हुई थी जब वह अपने मजदूर पिता को खाना देने के लिये नाव से नदी पार गई थी। पिता गेंहू की कटाई का कार्य कर रहे थे। खाना देने के बाद लौटते समय ही गांव के लड़के ने उसे रोका और फिर उसके साथ रेप कर डाला। घटना की जानकारी पीड़िता को करीब पांच माह बाद लगी, परंतु जब तक 12 साल की रेप पीड़िता के गर्भ में पांच माह का बच्चा पलने लग गया था। फिलहाल पीड़िता बाल कल्याण समिति समस्तीपुर के संरक्षण में है। समिति के अध्यक्ष तेजपालसिंह ने बताया कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।