धुले हों हाथ तो न आए कोई बीमारी पास
धुले हों हाथ तो न आए कोई बीमारी पास
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शहरों, कस्बों या गांवों में लोग खाने से पहले या बाद में जब हाथ धोते हैं तो वे यही समझते हैं कि हाथ धोने के लिए सिर्फ पानी काफी है। कई लोग आज भी सिर्फ पानी से हाथ धोकर यह समझ लेते हैं कि उनका गंदा हाथ साफ हो गया और कीटाणु खत्म हो गए। मगर ऐसा होता नहीं। हाथ-धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल कहीं बेहतर और असरदार होता है। सिर्फ पानी से हाथ धोने पर कीटाणु हमारे हाथों पर लगे रह जाते हैं और ये शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं। साबुन से हाथ धोना अच्छी आदत है और इसे अपनी रोज की आदतों में शामिल करना चाहिए। मगर दुर्भाग्य से बच्चे ही नहीं, बड़े भी इस पर ध्यान नहीं देते। 
अच्छी आदत है 
साबुन से हाथ धोने के बाद हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। इस बात को जानते हुए भी कई लोग ऐसे होते हैं जो सिर्फ पानी से ही हाथ धोते हैं यहां तक कि शौच जाने के बाद भी। लोगों के हाथों मेंकीटाणु कई तरह से फैलते हैं जैसे गंदी सतहों से, खाने से, कम्प्युटर के इस्तेमाल से, नोट और सिक्के के आदान-प्रदान से। अगर आप अपने हाथ साबुन से साफ नहीं करते तो आप अपने हाथ से शरीर का कोई भी अंग छुएंगे जैसे आंख, नाक और मुंह, वहां कीटाणु से नुकसान पहुंच सकता है। हाथ न धोने पर आप दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं। गंदे हाथों से फैलती बीमारियां-कीटाणु भरे हाथ से सबसे ज्यादा खतरा खांसी और जुकाम का होता हैं। जब आप कीटाणु वाले हाथों से दूसरे से हाथ मिलाते हैं तो उसे भी खांसी-जुकाम होने का खतरा बढ़ा देते हैं।

खांसी जुकाम के साथ फ्लू होने का भी खतरा होता है। पेट की कई बीमारियों की वजह यही है। खतरनाक बीमारी जैसे डायरिया भी ठीक से हाथ न धोने की वजह से होती है। कुछ जो फ्लू से पीडि़त होते हैं खासकर बुजुर्ग लोग (और वैसे लोग जिन्हें कुछ जटिल बीमारियां हैं), निमोनिया के शिकार हो सकते हैं। इन बीमारियों से बचने का सबसे बढिय़ा और सस्ता तरीका है अपने दोनों हाथ को साबुन से धोया जाए। 
रहें कीटाणु से दूर 
हाथ धोने के लिए साबुन के इस्तेमाल से ग्रीस और गंदगी निकल जाती है जो कीटाणु युक्त होते हैं और जिनकी वजह से बीमारियां फैलती हैं। हाथ धोने का बेहतर तरीका है बेहतर साबुन और बेहतर लिक्विड सोप। हाथ धोने के बाद कीटाणु दूर हो जाते हैं। हाथों में भीनी-महक भी अच्छी लगती है। यही वजह है कि विश्व भर में 'ग्लोबल हैंड वाशिंग- डे' मनाया जाता है ताकि लोगों को हाथ धोने के प्रति जागरूक किया जा सके। इससे लोगों के स्वास्थ्य में सुधार कर उन्हें कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। बच्चों को शुरू से हाथ धोने का तरीका और महत्व बताया जाना चाहिए ताकि वे गंभीर बीमारी जैसे डायरिया से बच सकें। ठीक से हाथ न धोने के कारण कई बार दूसरी बीमारियां जैसे बुखार, आंखों की समस्या जैसे ट्रैकोमा और त्वचा के संक्रमण जैसे इमपेटिगो भी हो सकते हैं।

 

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