नई दिल्ली: केंद की मोदी सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने में असरदार साबित हो रही दवाई हाइड्रोऑक्सीक्लोरोक्वीन (HOCQ) के बारे में एडवायजरी जारी कर दी है. इस एडवायजरी के माध्यम से सरकार ने बताया है कि कौन इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी की गई एडवायजरी को सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने ट्विटर पर भी ट्वीट किया है.
सरकार ने इस एडवायजरी को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) से सलाह लेने के बाद जारी किया है. इस एडवायजरी में कहा गया है कि 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों को यह दवा नहीं दी जाए. इसके साथ ही जो लोग पहले से ही रेटिनोपैथी से पीड़ित हैं या फिर HOCQ अथवा 4-अमीनोक्वीनोलिन कंपाउड से अतिसंवेदनशील प्रतिरोध को दर्शाते हैं, उन्हें भी इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
ICMR ने कहा है कि अभी यह दवा भारतीय बाजार में कोरोना का इलाज करने के लिए नहीं मिलेगी, जब तक परीक्षण के सही परिणाम नहीं मिल जाते हैं. ICMR के वैज्ञानिक आर गंगा केतकर ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि "इस दवा का इलाज के लिए अभी प्रयोग करना आवश्यक नहीं है. यदि यह दवा संक्रमण को कम करती है, तो इसका पता हमें टेस्ट के बाद ही पता चलेगा. डॉक्टर ने इस दवा का कुछ मरीजों पर टेस्ट किया है, जिसका परिणाम आना बाकी है. जब तक हमें ठोस नतीजे नहीं मिलते हैं, तब तक हम इसे किसी को लेने के लिए हिदायत नहीं देंगे."
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