जयपुर: राजस्थान सरकार के स्कूल यूनिफॉर्म का रंग बदलने के फैसले पर एक बहस छिड़ गई है, जिसमें विपक्षी बीजेपी ने कांग्रेस के नेताओं को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पूर्व की भाजपा सरकार ने 2017 में वर्दी के रंगों को बदलकर भूरे रंग में कर दिया था। कांग्रेस ने कहा कि ये रंग उस समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वर्दी के समान थे। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने दिसंबर 2018 में सत्ता संभालने के लगभग तीन साल बाद अगले शैक्षणिक वर्ष से रंग बदलने के निर्देश जारी किए हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग के 8 दिसंबर को जारी एक आदेश के अनुसार, लड़के सर्फ ब्लू शर्ट और डार्क ग्रे ट्राउजर पहनेंगे, जबकि लड़कियां सर्फ ब्लू कुर्ता या शर्ट और डार्क ग्रे सलवार या स्कर्ट पहनेंगी। पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा सरकार ने इसे एक नई शैली और गर्व की भावना देने के लिए स्कूल की वर्दी का रंग बदल दिया, और यह कदम छात्रों और प्रशिक्षकों के परामर्श के बाद बनाया गया था।
उन्होंने गहलोत सरकार के फैसले को "बेहद शर्मनाक" बताते हुए कहा कि यह पार्टी के शीर्ष नेताओं को खुश करने के लिए किया गया था। देवनानी ने कहा कि इस फैसले से 98 लाख अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा।
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