ब्यूरो रिपोर्ट
भोपाल। पूर्व कर्मचारी ने खुद पर चाकू से 10 से ज्यादा वार कर आत्महत्या का प्रयास किया। कर्मचारी ने यह कृत्य जल संसाधन विभाग के दफ्तर के सामने किया था। आपको बता दें की कर्मचारी 30 मिनट तक नर्मदा भवन के पास झाड़ियों में खून से लथपथ पड़ा रहा। जिसके बाद राहगीरो की सुचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची कर्मचारी की गर्दन, हाथ, पैर और प्राइवेट पार्ट के पास गहरे घाव मिले हैं।
कर्मचारि को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के 18 साल बाद भी 70 हजार रुपए नहीं मिलने का जिक्र है। सुसाइड नोट में राज्यपाल के आदेश के साथ ही अफसरों और मंत्रियों से गुहार लगाने की भी बात लिखी है।
पुलिस के मुताबिक ओमप्रकाश भार्गव साल 1986 से अशोकनगर के चंदेरी में दैवेभो में कर्मचारी थे। जिनका 2003 में मासिक वेतन 1882 रुपए था। इसी साल तत्कालीन राज्यपाल रामप्रकाश गुप्त ने आदेश निकाला कि विभाग के जो दैनिक वेतन भोगी स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेंगे, उन्हें सरकार की ओर से 70 हजार रुपए दिए जाएंगे। इस पर ओमप्रकाश ने सेवानिवृत्ति ले ली, इसके बाद उन्होंने 70 हजार रुपए के लिए आवेदन किया। लेकिन रुपए नहीं मिले, वह 18 साल से रुपयों के लिए लड़ रहे हैं। विभाग, विभागीय मंत्री, सरकार तक आवेदन दिया लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
एम्बुलेंस के EMT ओपी पटेल ने बताया कि जानकारी लगते ही वह मौके पर पहुंचे। मरीज को गंभीर होने पर हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया गया। ओपी पटेल ने बताया कि समय से यदि एम्बुलेंस नहीं पहुंचती, तो जान बचा पाना मुश्किल था।
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