उरुग्वे के लिए विश्व कप खेल चुके डिएगो फोर्लान ने ब्राजीलियन क्लब साओ पाउलो या इस क्लब के प्रतिद्वंद्वी इंटरनेशनल का कोच बनने की इच्छा जताई है. समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, फोर्लान के पिता पाब्लो बतौर ने डिफेंडर 1970 से 1976 के बीच साओ पाउलो क्लब के लिए खेला था. फोर्लान का उस समय जन्म भी नहीं हुआ था. 40 साल के फोर्लान का मानना है कि क्लब के साथ उनका मजबूत जुड़ाव रहा है. फोर्लान ने 2010 के विश्व कप में दमदार प्रदर्शन करते हुए गोल्डन बॉल अपने नाम किया था. वह 2016 में तीन महीनों के लिए इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में मुंबई के लिए भी खेले थे.
एटलेटिको मेड्रिड और मैनचेस्टर युनाइटेड से खेल चुके फोर्लान ने कहा, " मैं हमेशा साओ पाउलो के लिए खेलना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा कभी नहीं हो सका." उन्होंने कहा, " मैं अपने पिता के समय से ही साओ पाउलो का फैन रहा हूं. मैं क्लब की ट्रेनिंग सुविधाओं को जानता हूं क्योंकि साओ पाउलो से खेलने के बाद मेरे पिता उस क्लब के कोच रह चुके हैं."
उन्होंने कहा कि उनके मन में क्लब इंटरनेशनल के लिए भी एक विशेष स्थान है. फोर्लान ने पिछले साल पेशेवर फुटबाल से संन्यास ले लिया था. वह मैनचेस्टर युनाइटेड के साथ 2002-03 में प्रीमियर लीग खिताब और उसके बाद के सीजन में एफए कप जीत चुके हैं.
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