नई दिल्ली: वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर खूनी संघर्ष के बाद भारत-चीन पहली दफा आमने-सामने होंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर की आज रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ वार्ता होगी. RIC समूह की यह मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एक जरिए होगी. वहीं भारत-चीन तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिन के रूस दौरे पर गए हुए हैं, वह 75वीं विजय दिवस परेड में शामिल होंगे. इस दौरान भारत और रुस के बीच रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत हो सकती है.
इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए यह भी कहा है कि, 'सऊदी के विदेश मंत्री फैजल बिन फरहान से वार्ता हुई. कोरोना के दौरान भी हमारी आपूर्ति श्रंखला और ट्रेड कमिटमेंट को बनाए रखा गया है.' बता दें कि इससे पहले भारत और चीनी सेना के बीच पिछले सप्ताह गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के बाद तनाव कम करने के मकसद से सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की दूसरे दौर की वार्ता हुई थी.
देश के शीर्ष सैन्य नेतृत्व ने पूर्वी लद्दाख में स्थिति की विस्तृत जानकारी ली थी. गलवान घाटी में पिछले सप्ताह हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. पूर्वी लद्दाख में चुशूल सेक्टर के चीनी हिस्से में स्थित मोल्डो में सुबह लगभग 11:30 बजे बैठक शुरू हुई थी और रात तक जारी रही. कोर कमांडर की मीटिंग में भारत ने चीन को जमकर खरीखोटी सुनाई थी. गलवान में हमले को सुनियोजित साजिश और क्रूर हरकत करार दिया था. पैंगोंग झील पर यथास्थिति बरकरार रखने के लिए कहा था.
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