जयपुर: हाल में मिली जानकारी में पता चला है कि राजस्थान में अब भ्रूण लिंग परीक्षण को रोकने के लिए प्रारंभ की गई मुखबिर योजना के तहत देय राशि 2 लाख रुपए से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए करने का निर्णय किया गया है. सभी जिलों में सोनोग्राफी मशीनों के निरीक्षण बढ़ाने के साथ ही सीमावर्ती जिलों के गांवों में स्थानीय निवासियों को मुखबिर बनाकर पड़ोसी राज्यों में ले जाकर भू्रण लिंग परीक्षण करने व कराने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
भ्रूण लिंग परीक्षण पर रोक लगाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ की अध्यक्षता में शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित पीसीपीएनडीटी स्टेट सुपरवाइजरी बोर्ड की बैठक में यह निर्णय किया गया. बैठक में सुपरवाइजरी बोर्ड सदस्य डॉ. मीना आसोपा, नीता पाटनी, एडवोकेट कानसिंह राठौड़, लोकेश तिवारी, डॉ. राकेश गुप्ता सहित बोर्ड के सदस्यगण मौजूद थे.
सराफ ने मुखबिर योजना की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपए करने के निर्देश दिए. जिसमे अब इनामी राशि के रूप में ढाई लाख का इनाम दिया जायेगा.
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