अर्जुन पेड़ की छाल: अर्जुन पेड़ में कई ऐसे तत्व होते हैं जो दिल के लिए अच्छे होते हैं, जैसे कि टैनिन्स, ट्रीटर्पेंनॉइड सेपोनिन और फ्लेवोनॉइड आदि. आयुर्वेद में अर्जुन पेड़ को शक्तिशाली कार्डियोटॉनिक ड्रग माना गया है. अब शोधकर्ताओं ने ये पाया है कि इस पेड़ की छाल से वही काम लिया जा सकता है जो दिल के दौरा पड़ने पर नाइट्रोग्लासेराइन से लिया जाता है. ये बैड कॉलेस्ट्रॉल घटाकर गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाने में भी मददगार है.
ग्रीन टी: इसमें एपिगल्लो कैटेचिन गैल्लेट होता है जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है. ये एंटीऑक्सीडेंट ब्लड वेसेल की अंदरूनी परत को बनाने वाले ऊतकों का स्वास्थ्य बेहतर करते हैं. स्टडी में ये बात सामने आई है कि ग्रीन टी बैड कॉलेस्ट्रॉल कम करती है और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है.
गुग्गुल: आयुर्वेद में गुग्गुल को मोटापा, अर्थराइटिस और दिल की समस्याओं का उपचार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. शोध में ये सामने आया है कि गुग्गल में केटोनिन स्टेरॉइड तत्व होते हैं जो धमनियों को ब्लॉक होने से बचाते हैं. ये शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढ़ाता है इसलिए वज़न घटाने में मददगार है. इस तरीके से ये आपका दिल भी स्वस्थ रखता है.