सुनने में आया है कि गोवा के पणजी में हो रहे 47वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव (इफ्फी) के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा वर्ग में भारतीय समाज की कुप्रथाओं पर केंद्रित फिल्म 'इष्टि:' और परिस्थितियों की चुनौती का मुकाबला कर रहे एक परिवार के संघर्ष को दर्शाती फिल्म 'सहज पाथेर गप्पो' (सरलता के रंग) होंगी.
फिल्म समारोह निदेशालय ने इन दो भारतीय फिल्मों के नामों की घोषणा की है. 13 अन्य फिल्मों की घोषणा एक नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में की गई थी। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा वर्ग में विश्व की 15 फिल्में हैं, जिनमें भारतीय पैनोरमा वर्ग की यह दो फिल्में शामिल हैं.
'इष्टि:' संस्कृत भाषा की फिल्म है जो 20वीं सदी के मध्यकाल के केरल पर आधारित है. इस फिल्म में नंबूदीरी ब्राह्मण समाज का एक युवा अपने समुदाय की वंश प्रधान परंपरा की रूढ़िवादिता को चुनौती देता है. 'इष्टि:' संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ स्वयं की खोज है.