नई दिल्ली: देश में जिस प्रकार का माहौल बन रहा है तथा असहिष्णुता के मामले में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओ ने राजधानी दिल्ली में संसद भवन से लेकर राष्रपति भवन तक पैदल मार्च निकाला, व भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट कर नरेंद्र मोदी के शासनकाल की शिकायत की. इसके साथ ही इन नेताओ ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर कहा है की मोदी सरकार सांप्रदायिक के नाम पर देश को दो भागो में विभाजित कर रही है. कांग्रेस के इस मार्च में मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद व और भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण शामिल हुए. मार्च में नेताओ के हाथो प्लेकार्ड थे जिनमे मोदी सरकार के विरुद्ध नारे लिखे थे.
कांग्रेस का 11 मेंबर्स का डेलिगेशन राष्ट्रपति से मिलने पहुंचा. सोनिया ने कहा की देश में भय का माहौल है. सरकार जानबूझकर इस प्रकार की साजिश रच रही है. इसके लिए राष्ट्रपति ने तो अपने विचार प्रकट किये लेकिन प्रधानमंत्री खामोश है, तथा इस पर साफ तौर पर जाहिर होता है की प्रधानमंत्री की इन तरह की घटनाओं पर सहमति है। इस पर राहुल गांधी ने कहा की देश में हालात काफी चिंताजनक है, देश में वरिष्ठ साहित्यकारों व लेखको की निर्मम हत्याएं हो रही है.
नेता इन मामलो में अपने अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं लेकिन पीएम एक शब्द नहीं कह रहे हैं. इसके पीछे बीजेपी व आरएसएस के लोग शामिल है. इन हत्याओ के बावजूद बीजेपी के मंत्री कह रहे है की देश में सबकुछ ठीक है. परन्तु कांग्रेस पार्टी ऐसी शक्तियों का मुकाबला करेगी.