टीनेजर्स के फेसबुक फ्रेंड्स के बारे में जाने सच्चाई
टीनेजर्स के फेसबुक फ्रेंड्स के बारे में जाने सच्चाई
Share:

फेसबुक का क्रेज बहुत ज्यादा बढ़ गया है. सभी को फेसबुक पर ज्यादा से ज्यादा फ्रेंड्स चाहिए. एक रिसर्च में पाया गया है फेसबुक पर ज्यादा फ्रेंड्स होने से टीनेजर्स पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. जब टीनेजर्स के 300 से ज्यादा फ्रेंड्स बन जाते है तो उनमे स्ट्रेस हार्मोन्स बहुत बढ़ जाता है. इस स्ट्रेस की वजह से हेल्थ भी ख़राब हो सकती है.  तनाव का कारण तो और भी बहुत सी चीज़े और बातें हो सकती है.

टीनेजर्स में तनाव का कारण फेसबुक ही है. फेसबुक से टीनेजर्स में हार्मोन्स की 8 प्रतिशत वृद्धि होती है. जिनके फेसबुक पर बहुत ज्यादा फ्रेंड्स है वे आपको तनाव से ग्रस्त दिखाई देंगे.

टीनेजर्स फेसबुक पर कुछ पोस्ट करते है जब उन्हें उनके पोस्ट पर लाइक और कमेंट मिलते है तो उनका स्ट्रेस कम हो जाता है. रिसर्च में 12 से 17 साल के प्रतिभागियों से कुछ सवाल पूछे गए है. उनसे उनके फ्रैंड्स के बारे में,पोस्ट के बारे में,फेसबुक पर वे कितने समय के लिए रहते है इन सब बातो के बारे में पूछा गया है.

रिसर्च के दौरान टीनेजर्स के कोर्टिसोल के सैंपल भी लिए गए थे और जिन प्रतिभागियों में हार्मोन्स बढ़ता दिखाई दिया उनके तनाव में रहने की आशंका है. 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -