नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकाॅप्टर खरीदी घोटाले के बाद रक्षा क्षेत्र में एक और घोटाले की बात सामने आई है। दरअसल संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में अमेरिका और ब्राजील ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के अंतर्गत की गई डिफेंस डील हेतु कथित तौर पर घूस दी गई थी। इस डील को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2008 में किया गया था। दरअसल इस तरह की डील ब्राजील की एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनी एम्ब्रायर से की गई थी।
मंत्रालय के अनुसार मीडिया में जानकारी सामने आने के बाद आरडीओ ने एम्ब्रायर से 15 दिनों में लिखित उत्तर मांगा। इस मामले में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि सरकार को इस मामले में जांच करने दी जाना चाहिए। इस मामले में यह जानकारी सामने आई है कि ईएमबी - 145 जेट विमानों के लिए डील हेतु कंपनी की ओर से ब्रिटेन के बिचैलिये को कमीशन दिए जाने का आरोप लगाया गया है। दरअसल इस डील के लिए कंपनी द्वारा ब्रिटेन के बिचैलियों को कमीशन देने का आरोप भी लगाया गया है।
ईएमबी-145 एयरक्राफ्अ को स्वदेशी राडारों से लैस किया गया है। दरअसल ये एयरक्राफ्ट 2520 करोड़ रूपए की महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत तैयार किए गए हैं ब्राजील के समाचार पत्र फोल्हा डे साओ पाउलो की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2008 में भारत से हुई डील में संभावित घूस प्रकरण में अमेरिकी कानून मंत्रालय की नज़र बनी हुई है। अमेरिका द्वारा एम्ब्रायर की 2010 से जांच की जा रही है। इस मामले में डाॅमिनिक रिपब्लिक के साथ अनुबंध हुआ था और अनुबंध के बाद से ही कंपनी के विरूद्ध जांच चल रही है।