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मध्यप्रदेश/भोपाल : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है। वह मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) और विशेष कार्यदल (एसटीएफ) से नाखुश हैं, इसलिए शिवराज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए अब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से गुहार लगाएंगे। दिग्विजय ने व्यापमं की एक्सेल शीट से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इन आरोपों के बाद एसटीएफ ने उन्हें अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। वह बुधवार को एसटीएफ की बजाय एसआईटी से मिले और अपनी बात रखी।
दिग्विजय ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि एसआईटी द्वारा जाहिर की गई असमर्थतता से वह निराश हैं। उन्होंने हार्ड डिस्क व एक्सेल शीट आदि से हुई छेड़छाड़ के प्रमाण एसआईटी को दिए हैं, लेकिन अब तक उनकी ओर से दिए गए तथ्यों व साक्ष्यों की एसआईटी ने जांच नहीं कराई है। इन तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि उनकी ओर से एसटीएफ को कॉल डिटेल दी गई है। आरोप है कि मुख्यमंत्री के परिजनों ने नौकरी में भर्ती की सिफारिश की थी। इस मामले में आरोपी सुधीर शर्मा, पंकज त्रिवेदी, नीतिन महेंद्रा हिरासत में हैं, लेकिन सिफारिश करने वालों के खिलाफ मामला तक दर्ज नहीं हुआ। दिग्विजय ने कहा कि वह हर तरफ से निराश हो चुके हैं और प्रधानमंत्री को भी पूरे मामले से अवगत करा चुके हैं।