वॉशिंगटन : अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को बेचे जा रहे 8 एफ-16 फाइटर जेट की डील पर ओबामा प्रशासन अब भी अड़ा हुआ है। अमेरिकी सांसदों के विरोध के बावजूद ओबामा सरकार पाकिस्तान को लड़ाकू विमान बेचेगी। डील के खिलाफ अमेरिकी कांग्रेस के दोनों हाउस में रिजोल्यूशन पेश कर दिए गए है।
इसके बाद भी विदेश मंत्रालय का कहना है कि एंटी टेरर ऑपरेशन में पाकिस्तान के मौजूदा फाइटर प्लेन कारगर रहे है। इसलिए हम डील के फेवर में है। 12 फरवरी को पेंटागन ने पाकिस्तान को एफ-16 बेचने की डील फाइनल की। इसे पार्लियामेंट में नोटिफाई भी किया जा चुका है। इस डील को रोकने के लिए अमेरिकी सांसदों के पास 12 मार्च तक का समय है।
गुरुवार को भी यूएस कांग्रेस में फैसले के खिलाफ ज्वाइंट रेजोल्यूशन पेश किया गया। इसमें पाकिस्तान पर भरोसा न करने की बात कही गई थी। लेकिन ओबामा प्रशासन का कहना है कि हम पाकिस्तान को एफ-16 देने के सपोर्ट में है, इससे उसे आतंकवाद से लड़ने में मदद मिलेगी। पाक आर्मी फेडरली एडमिनिस्टर्ड ट्राइबल एरिया में एफ-16 की मदद से ऑपरेशन कर रही है।
आतंकियों को सफाया हो रहा है। इससे अफगानिस्तान में आतंकी खतरे में कमी आई है। रिपब्लिकन सीनेटर रैंड पॉल ने पाकिस्तान को भरोसेमंद न बताते हुए उसे फाइटर्स बेचने पर रोक लगाने की नए सिरे से मांग की। भारत ने भी इस डील का विरोध किया था।