नईदिल्ली। एक माता पिता ने चिकित्सा विज्ञान और मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण खोजों के लिए अपने कलेजे के टुकड़े को समर्पित कर दिया। जी हां, दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को एक दंपति ने अपने 7 दिन के नवजात बच्चे की देह ही समर्पित कर दी। दरअसल इस बच्चे को दिल का दौरा पड़ा था और फिर इसकी ओपन हार्ट सर्जरी की गई थी।इसका आॅपरेशन किया गया। मगर बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
यह बच्चा सूरज गुप्ता और आंचल गुप्ता का था। आंचल गुप्ता ने इस नवजात को मैक्स चिकित्सालय, पटपड़गंज में जन्म दिया था। बच्चे के जन्म के बाद सात ही दिन में सभी की खुशियां काफूर हो गईं। उन्हें बच्चे की धमनियों में कुछ परेशानी का अनुभव हुआ इसके बाद इसे दिल का दौरा पड़ा। परिवार ने बच्चे को एम्स में शिफ्ट कर दिया।
इस बच्चे को ओपन हार्ट सर्जरी के माध्यम से बचाने का प्रयास किया गया लेकिन यह बच न सका और फिर इसके अभिभावकों ने परिवार के सदस्यों के विरोध के बाद भी मानव जीवन के शोध के लिए दधीचि देह दान समिति के माध्यम से एम्स के शरीर रचना विभाग को देह दान कर दी।
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