जयपुर: राजस्थान में करौली में एक दलित लड़की का कथित तौर पर एकतरफा प्यार में बलात्कार के बाद क़त्ल कर दिया गया। पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर भी धमकाने का इल्जाम है। पीड़ित परिवार का कहना है कि शुरु में थाने में उनकी सुनवाई नहीं हुई और पुलिस ने उन्हें पीटने की धमकी दी। इन आरोपों के बाद दो पुलिसकर्मी अटैच कर दिए गए हैं। दलित लड़की को किडनैप कर दुष्कर्म और फिर हत्या करने के आरोप में गोलू मीणा को अरेस्ट किया गया है। उसने हत्या कर लड़की का शव कुएँ में डाल दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता और आरोपित दोनों ही दलित समुदाय से आते हैं। यह घटना 11-12 जुलाई 2023 की दरम्यानी रात की है।
A deeply saddening event occurred in the town of Karauli where a 19-year-old Dalit girl was subjected to a horrifying act of acid attack & subsequently thrown into a well. These acts were allegedly committed following a gang rape.
— Dr.B.L.Sreenivas Solanky (@SolankySrinivas) July 14, 2023
The sad condition of law & order in Rajasthan! pic.twitter.com/C5241XsJ8N
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला करौली जिले के नादौती इलाके का है। यहाँ का रहने वाला गोलू मीणा और मृतका एक-दूसरे को काफी समय से जानते थे। बताया जा रहा है कि दोनों के परिजनों को उनका रिश्ता स्वीकार नहीं था। इस बीच 4 महीने पहले लड़की का परिवार वालों ने रिश्ता कहीं और तय कर दिया। इस बात से गोलू मीणा और लड़की, दोनों नाराज़ थे। पुलिस का कहना है कि 11-12 जुलाई 2023 की रात लड़की गोलू मीणा से मिलने उसके घर गई थी। यहाँ दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, विवाद के बाद गोलू मीणा ने लड़की को अपने पास रखी बंदूक से गोली मार दी। लड़की की मौत होने के बाद आरोपी ने शव को बाइक पर रख कर गाँव के ही एक कुएँ में फेंक दिया और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने गोलू मीणा को शनिवार (15 जुलाई 2023) को जयपुर से पकड़ा था। गोलू से हुई पूछताछ के बाद उसके साथी को भी अरेस्ट कर लिया गया है। हालाँकि लड़की के परिवार का आरोप है कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। वे एसिड से लड़की को जलाने का भी इल्जाम रहे हैं, जिसकी जाँच की जा रही है। वहीं, अभी तक पुलिस हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं कर सकी है। गोलू मीणा का पिता नहना भी पुलिस की हिरासत में है।
इस बीच मृतका के परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए हैं। उनका आरोप है कि पहले जब वे थाने में गुमशुदगी की शिकायत लेकर गए थे, तो उनकी सुनवाई नहीं की गई। कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी ने लड़की की माँ से कहा कि, 'तुम यहाँ से चुपचाप चली जाओ, तुम्हारी बेटी तो घूम घाम कर अपने आप ही वापस आ जाएगी।' जब पीड़ित परिजन अपनी माँग पर डटे रहे तब उन्हीं के परिवार के एक सदस्य को जेल में डालने की धमकी देने का इल्जाम भी राजस्थान पुलिस पर है। पीड़ित परिवार का यह भी कहना है कि, एक अन्य पुलिसकर्मी ने उनसे कहा कि, 'ऐसा थप्पड़ मारूँगा, आने वाले बच्चे भी बहरे पैदा होंगे।'
करौली की पुलिस अधीक्षक (SP) ममता गुप्ता ने इस मामले का संज्ञान लिया है। रविवार (16 जुलाई) को उन्होंने शिवलाल मीणा और प्रेमचंद नाम के 2 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की पड़ताल जारी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की है।
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