इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बंद अफगानिस्तान की लड़की शरबत गुल को पाकिस्तान द्वारा जमानत पर रिहा कर दिया जाएगा। दरअसल अफगान गर्ल के नाम पर जानी जाने वाली शरबत बाला को फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने फर्जी कंप्युटराईज़्ड राष्ट्रीय पहचानपत्र रखने के आरोप में पकड़ लिया था। शरबत गुल को उसके घर से पकड़ा गया था। इसे लेकर कहा गया कि यह अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नांगरहार के पचीर अव अगम जिले की निवासी है। पाकिस्तान व अफगानिस्तान दोनों देशों की नागरिकता के कारण शरबत बाला के पास पाकिस्तान व बांग्लादेश के पहचानपत्र बरामद किए गए थे।
इस मामले में चौधरी निसार अली खान ने इस मामले को इन्सानियत के तौर पर देखे जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर वे ध्यान देंगे। अब इस मामले की सुनवाई पाकिस्तान के न्यायालय में आज होनी है। चौधरी निसार अली खान ने कहा कि यदि शरबत गुल को छोड़ दिया जाता है या फिर उसे अस्थायी वीज़ा देकर जाने दिया जाता है तो फिर उन अधिकारियों पर की जाने वाली कार्रवाई को भी समाप्त करना होगा जो इस लड़की को फर्जी पहचानपत्र देने के आरोपी हैं।
इस तरह के अधिकारियों को हम रियायत नहीं देना चाहते हैं। गौरतलब है कि नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका के फोटोग्राफर स्टीव मैकक्यूरी ने वर्ष 1984 में पेशावर के समीप नसीरबाग शरणार्थी शिविर में इस लड़की की फोटो ली थी। फोटो लेने के बाद इस लड़की को पहचाना गया और अब यह करीब40 वर्ष की हो चुकी है। जब इस लड़की की तस्वीर खींची गई थी तब वह 12 वर्ष की थी। अब इस मामले में पाकिस्तान से उम्मीद की जा रही है कि वह इस लड़की को छोड़ दे। गौरतलब है कि इस लड़की को लेकर मोनालिसा आॅफ अफगान वाॅर नामक डाॅक्युमेंट्री का प्रसारण भी हो चुका है।