संसद में असहिष्णुता पर मचा बवाल
संसद में असहिष्णुता पर मचा बवाल
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नईदिल्ली। संसदीय कार्यमंत्री एम. वैंकेया नायडू ने असहिष्णुता के मसले पर विपक्ष के हमलों को रोकने के प्रयास किए। विपक्ष ने इस मसले पर जमकर हंगामा किया। हालांकि सरकार ने अपनी ओर से कई तरह की दलीलें दीं। पक्ष और विपक्ष में जमकर बहस चलती रही। विपक्षी दलों ने असहिष्णुता के मसले पर बहस के लिए नोटिस जारी कर दिया। जिस पर जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद दोपहर 12 बजे के बाद ही बहस प्रारंभ हो सकी।

संसदीय कार्यमंत्री एम. वैंकेया नायडू द्वारा यह भी कहा गया कि सरकार को 193 के अंतर्गत इस मसले पर बहस करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। बहस किए जाने से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा यह भी कहा गया कि वे सभी पक्षों को कह रही हैं कि जब कोई असहिष्णुता को लेकर कुछ भी कह रहा हो तो सहिष्णुता दिखाई जाए और उनसे अपेक्षा है कि वे सुनें। 

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा यह भी कहा गया कि वे ऐसे सदस्य को कहेंगे जो यदि उनकी दृष्टि से असहिष्णुता बढ़ रही है तो वे उसके लिए अपना सुझाव दें। असहिष्णुता के मसले पर सीपीएम सांसद मोहम्मद सलीम ने असहिष्णुता के मसले पर बहस प्रारंभ करते हुए कहा कि असहिष्णुता बहुत बढ़ गई है। जिसके कारण उनके शब्द कम हैं। कृत्रिम असहमति जताकर उन्होंने अपना रूख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आखिर आप किसका अपमान कर रहे हैं। 

दादरी कांड को लेकर मामला गर्माया, कलबुर्गी को लेकर मामला उठा। दाभोलकर की हत्या हो गई। दलित या मुस्लिम की बात भी सामने आती रही है। इंसान को कुत्ते का पिल्ला कह दिया जाता है। इस तरह मंत्री को भी सहन करना पड़ रहा है। यही सहनशीलता कही जाती है। सांसद मो. सलीम द्वारा यह भी कहा गया है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 800 साल की गुलामी के बाद हिंदू शासन को लौटा दिया। 

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी सीट से हटकर कहा कि सांसद मोहम्मद सलीम ने जो आरोप लगाए हें वे बहुत ही संजीदा हैं। राजनाथ ने गहरा दुख जताया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आखिर सरकार की ओर से 800 साल बाद हिंदू शासन लौटने लगा ऐसा बयान कब दिया गया। यदि वे नहीं बता पाए तो उन्हें माफी मांगनी होगी। 

सत्तापक्ष की ओर से शोरगुल प्रारंभ हो गया। सांसद  मोहम्मद सलीम द्वारा आउटलुक मैगजीन में एक साक्षात्कार में उल्लेख किया गया था कि वे पृथ्वीराज के बाद 800 वर्षों बाद हिंदू शासन आने की बात कर रहे थे। उन्होंने हिंदू शासक की बात कहीं इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए। ये बयान उनकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं। इन्हें वापस लेने की मांग भी मोहम्मद सलीम से की गई। 

 

 

 

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