आंध्र प्रदेश - विशाखापत्तनम: विशाखापत्तनम क्षेत्र के कलेक्टर डॉ ए मल्लिकार्जुन ने राजस्व विभाग के कर्मियों से हाल के दिनों में जिले में लगातार भूमि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। जिले के आरडीओ, तहसीलदार व अंचल आयुक्तों ने कलेक्टर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुलाकात की।
कलेक्टर ने इस अवसर पर टिप्पणी कि की ,कारण कुछ भी हो, प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, हाल के दिनों में प्रेस में ऐसी खबरें आई हैं कि विशाखापत्तनम शहर के आसपास के क्षेत्रों में सरकारी भूमि पर नियमित रूप से अतिक्रमण किया गया है।
तहसीलदारों से सवाल किया गया था कि सभी योग्य गरीब लोगों को आवास उपलब्ध कराने के बावजूद व्यवसाय क्यों हो रहे थे।
सचिवालय स्तर पर कई राजस्व अधिकारी होने के बावजूद उन्होंने सरकारी भूमि पर आक्रमण पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वीआरवीओ को जमीन हड़पने की जानकारी थी। यदि कब्जाधारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के लिए बाध्य किया जाता है, तो पीडी अधिनियम लागू किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अतिक्रमणों को हटाने के लिए तहसीलदार, योजना अधिकारी और पुलिस कर्मियों को शामिल कर एक विशेष कार्य समूह का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा, वीआरवीओ को गांव की जमीन और उनकी स्थिति के बारे में पूरी तरह से पता होना चाहिए और अतिक्रमण से पहले हस्तक्षेप करना चाहिए।
संयुक्त कलेक्टर एम वेणुगोपालारेड्डी ने कहा कि वीआरवीओ को जमीन हथियाने की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। 22 तहसीलदारों द्वारा किसी भी भूमि का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाना चाहिए। बैठक में जीवीएमसी आयुक्त लक्ष्मीशा, डीआरवीओ श्रीनिवासमूर्ति, मुख्य योजना अधिकारी विद्युतुल्ला, जिला रजिस्ट्रार श्रीनिवास राव और अन्य उपस्थित थे।
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