गुवाहाटी। असम में भारतीय जनता पार्टी में बवाल मचा हुआ है। यह बवाल तेजपुर के भाजपा सांसद रामप्रसाद शर्मा की एक टिप्पणी से मच गया है। उनके बयान पर विरोधी सक्रिय हो गए हैं और उन्हें निलंबित करने की मांग की जा रही है। सांसद पर आरोप लगा है कि, वे एक सांसद को छोड़कर राज्य के सभी मंत्रियों को घूसखोर कह रहे हैं। वे ऐसा किस तरह से कह सकते हैं।
आखिर शर्मा के पास किसी भी तरह के सबूत नहीं हैं वहीं, सरकार की सहयोगी असम गण परिषद के दो मंत्रियों अतुल बोरा और केशव महंत ने मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल को एक पत्र सौंप कर आरपी के बयान के आधार पर जांच की मांग की है। इस मामले में, जब मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल से आरपी सिंह ने शिकायत की तो उन्होंने कहा कि, यदि किसी मंत्री के विरूद्ध भ्रष्टाचार से जुड़े सबूत हैं तो सीधे मुझे सौंपे।
यदि सबूत सही पाए गए तो फिर, मंत्रियों को लेकर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर सिंचाई मंत्री रंजीत दत्त ने विभिन्न आरोपों को नकार दिया और कहा कि, सांसद आरपी ने अपने बयान को वापस ले लिया है। सरकार में शामिल कुछ मंत्रियों ने सत्तापक्ष पर लगाए गए आरोपों को लेकर जांच की मांग की है।
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