नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय चीफ जस्जिस रंजन गोगोई आज 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. रविवार सुबह वे अपनी पत्नी रूपनाजलि गोगोई के साथ को भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में पहुंचे. मुख्य न्यायाधीश यहां शनिवार को पहुंच गए थे. शनिवार को उन्होंने तिरुचनूर में श्री पद्मावती देवी मंदिर के दर्शन किए, इसके बाद उन्होंने भगवान वर्षा स्वामी के दर्शन किए और इसके बाद भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए.
इससे पहले बीते शुक्रवार को अपने आखिरी कार्यदिवस पर प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने शीर्ष अदालत के कोर्ट नंबर एक में चार मिनट बिताए. CJI ने अपने उत्तराधिकारी न्यायमूर्ति एस. ए. बोबडे के साथ पीठ की अध्यक्षता की. इस बीच, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव खन्ना ने लॉयर्स एसोसिएशन की ओर से CJI का आभार जताया. मुख्य न्यायाधीश ने अक्टूबर 2018 में पदभार संभाला था.
उनके कार्यालय के आखिरी दिन के एजेंडे में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों व देश के विभिन्न भागों में लगभग 15000 न्यायिक अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन शामिल था. शुक्रवार को ही CJI के कार्यालय ने विभिन्न मीडिया हाउसों के व्यक्तिगत साक्षात्कार के आग्रहों पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने साक्षात्कार नहीं दे पाने पर खेद जताया और इसके कारण बताए.
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