बीजिंग। कभी आसमान में मेड इन चाइना प्लेन दिख जाए तो चौंकिएगा मत। क्यों कि चाइना अब होममेड पैसेंजर प्लेन भी बनाने जा रही है। इसकी मिसाल की तौर पर एक प्लेन का निर्माण कर उसे आम जनता के सामने सोमवार को डिस्प्ले के लिए भी रखा गया। सी919 नाम के इस प्लेन का निर्माण सरकारी संस्थान कमर्शियल एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना लिमिटेड (कोमेक) ने किया है।
कोमेक ने इस दौरान यह भी बताया कि पूरी दुनिया से 517 एयरक्राफ्ट के ऑर्डर भी मिल चुके है। चीन की यह भुरकुआत अन्य प्लेन बनाने वाली कंपनियों की गर्मी बढ़ा सकता है।
इसमें है कई सारी खासियतें
2016 तक C919 प्लेन की उड़ान संभव हो सकेगी। तीन साल तक फ्लाइट की टेस्टिंग के बाद 2019 में कमर्शियल यूज के लिए दिया जाएगा। अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, जापान, रशिया, यूके समेत कई देश कमर्शियल प्लेन का निर्माण करते है। इस शुरुआत के साथ चीन की लंबी प्लानिंग जुड़ी है।
इससे दुनिया की शीर्ष पैसेंजर प्लेन बनाने वाली कंपनीज बोइंग और एयरबस की चिंता बढ़ गई है। फिलहाल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन दोनों ही कंपनियों का डंका बजता है। खबरों के अनुसार, चीन डोमेस्टिक पैसेंजर प्लेन बनाकर दोनो ही कंपनियों की निर्भरता कम कर सकता है।
हांला कि इस पर हुए खर्च की कोई जानकारी नही दी गई है। लेकिन बैंक ऑफ चाइना के आंकड़ो की माने तो, उसने कोमेक को एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट के लिए 7.9 बिलियन डॉलर का लोन दिया है।
चीन इससे पहले विश्व का पहला इलेक्ट्रिक पैसेंजर एयरक्राफ्ट भी इसी साल के जून में बना चुका है। इसके अलावा चाइना एक विशाल एयरक्राफ्ट C929 बनाने की तैयारी में भी जुटी है। इसमें वह रूस की यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉर्प की सहायता से तकनीक समझने में लगी है।