मुंबई : रिज़र्व बैंक आॅफ इंडिया द्वारा वर्ष 2005 से पहले के नोटों को बदलने के लिए प्रदान की गई मोहलत इस माह की 30 तारीख को समाप्त हो जाएगी। यही नहीं इसके बाद नोटों को बदलने के लिए बैंक के खाताधारक के साथ पहचान और आवास के प्रमाण देने की जरूरत होगी, मिली जानकारी के अनुसार बैंक की किसी अन्य शाखा में पुराने नोट बदले जा सकते हैं वहीं निश्चित अवधि के बाद 500 रूपए अथवा 1000 रूपए के 10 से अधिक नोट बदलने के लिए बैंक में उनका खाता खोला जाना बेहद आवश्यक है। यही नहीं पहचान और आवास का प्रमाण देन भी बेहद आवश्यक होगा।
दूसरी ओर लोग चाहें तो नोटों के बदले नकदी प्राप्त कर सकते हैं दूसरी ओर अपने बैंक खाते में एक निश्चित रकम भी जमा करवाई जा सकती है। सरकार के लिए एक बड़ी समस्या यह है कि जाली नोट और कालाधन दोनों ही बाजार में आ गए थे। ऐसे में भारतीय मुद्रा के लिए काफी परेशानी खड़ी हो गई थी।मिली जानकारी के अनुसार आरबीआई को मिले नोटों को लेकर उन्हें नष्ट करने की जानकारी दी जा सकती है। दरअसल वर्ष 2005 के बाद छापे गए नोटों में मशीनप रीडेबल थ्रेड के अंतर्गत है।
यही नहीं यह अल्ट्रा वाॅयलेट लाईट में पीले रंग का नज़र आता है। यही नहीं नोटों में प्रिंटिंग सुधारी गई है। लाईट में देखे जाने पर इस नोट में वाॅटर मार्क साफतौर पर दिखाई देता है। यही नहीं नोट ड्यूएल कलर्ड आॅप्टिकल फाईबर से बने होते हैं तो दूसरी ओर नोट के बीच बड़े आकार में 500 अथवा 1000 लिखा होना बेहद जरूरी है। यह नोट कुछ तिरछा करने पर नीला भी दिखाई देगा। इस तरह के नोटों में उनके प्रकाशन की तिथि का उल्लेख भी होगा। मामले में कहा गया है कि भारतीय मुद्रा में करीब 8 लाख करोड़ रूपए की बढ़ोतरी कर दी गई है।