जिस तरह से पिछले दिनों दाल की कालाबाज़ारी पर सरकारी छापेमारी की गई उसमे 1.33 लाख टन दाल बरामद की गयी थी, इसमें से केन्द्र सरकार के अनुसार लगभग 4,660 टन से अधिक मात्रा में दाल को बाजार में सप्लाई बढाने के उद्देश्य से उतारा गया है। केन्द्र सरकार का कहना है कि जब्द की गई दाल देश के 5 राज्यों में उतारी गयी है। इससे उम्मीद है की इस कारण से दलहनों की कीमतों में कमी आएगी।
हालांकि जानकारों का मानना है की सरकार द्वारा पिछले दिनों इतनी बड़ी कार्यवाही की है और पूरे देश में बवाल मचा हुआ है इसके बावजूद भी तुअर दाल की कीमत अभी भी लगभग 190 रुपये किलो रिटेल में बिक्री हो रही है। हालांकि थोक बाजारों में कीमतों में काफी कमी देखी गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तक़रीबन 4660.68 टन दाल को निलामी या अन्य माध्यम से बाजारों में बिक्री के भेजा गया है।
मार्केट में जब इस तरह से दालों की आपूर्ति में इजाफा होगा तो सरकार को भरोसा है की दाल और दलहनों के दाम में गिरावट आएगी। दालों की बढ़ती कीमत के कारण लोगो में भारी नाराज़गी देखी गई थी जिसके चलते सरकार को भी नाराज़गी का सामना करना पड़ा। सरकार द्वारा दालों की कालाबाज़ारी पर चलाई गई मुहीम से आसमान छूती हुई में कीमत में गिरावट होने की उम्मीद जताई जा रही है।