स्मार्टफोन पर गेमिंग का क्रेज दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा हैं.जिस वजह से गेमिंग मार्किट में तेजी से वृद्धि हो रही हैं. जिसकी वजह से इस क्षेत्र में करियर की सम्भावनाये भी बढ़ रही हैं.हालही में हुई एक रिसर्च के अनुसार गेम इंडस्ट्री लगभग 890 मिलियन डॉलर (करीब 5783 करोड़ रुपए) तक पहुंच चुकी है.
गेम डेवलपर्स की भूमिका :- गेम डेवलपर,वीडियो गेम्स डेवलपर और वीडियो गेम डिजाइनर एक ही होते हैं.ये डेवलपर किसी खास प्लेटफॉर्म के विशेषज्ञ होते हैं.डेवलपमेंट के लिए डेवलपर्स की टीम नियुक्त की जाती हैं.जिसमे डेवलपर्स डिजाइनर्स, ग्राफिक आर्टिस्ट, प्रोग्रामर, प्रोड्यूसर और मार्केटिंग स्टाफ जैसे प्रोफेशनल्स भी सहयोग करते हैं इसके अलावा कॉन्सेप्ट, स्टोरी राइटिंग, कोडिंग, प्रोग्रामिंग जैसे काम भी इसी में शामिल होते हैं. एसेट डेवलपमेंट और प्रोग्रामिंग डेवलपमेंट के अलावा कई अन्य डिपार्टमेंट भी होते हैं, जिनमें प्रोफेशनल्स अपनी सेवाएं देते हैं.इसी की तरह वीडियो गेम के ऑपरेटिंग इंस्ट्रक्शन और कोर फीचर के निर्माण कार्य के लिए प्रोग्रामर या सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर कई एक्सपर्ट शामिल किये जाते हैं.
कोर्स और क्वॉलिफिकेशन :- वीडियो गेमिंग में डिग्री, डिप्लोमा या एडवांस डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए कई संस्थान ऑफर करते हैं.जिनमे एडमिशन 12 वी या ग्रेजुएशन के बाद लिया जा सकता हैं.इन कोर्सेस में एनिमेशन और मल्टीमीडिया कोर्स के साथ ही गेमिंग की जानकारी दी जाती है.पुरे कोर्स में ड्रॉइंग, डिजाइनिंग, प्रोडक्शन, प्रोग्रामिंग, लाइटिंग, एनिमेशन और डिजिटल आर्ट्स की भी जानकारी दी जाती है.कम्प्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर इंफॉर्मेशन सिस्टम्स या इनसे जुड़े पाठ्यक्रम में बीटेक/बीएससी ग्रेजुएट के लिए ये प्रोग्राम खास तौर पर डिजाइन किए जाते हैं.
स्किल :- यह फील्ड पूरी तरह से क्रिएटिव और टेक्निकल होती हैं जिसमे क्रिएटिव और आईटी ग्रेजुएट्स को तवज्जो दी जाती हैं.इसलिए इस क्षेत्र में आने के लिए आपमें कंप्यूटर के प्रति इंटरेस्ट और गेम खेलने में इन्ट्रेस्ट होना ज़रूरी हैं.नयी टेक्नोलॉजी से परिचित होना भी ज़रूरी हैं.इसके अलावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सी, सी ++, विजुअल बेसिक, जावा, एमईएल, 2डी/ 3डी तथा गणित का नॉलेज होना ज़रूरी हैं.इसके साथ अच्छी कम्युनिकेशन स्किल, विजुअलाइजेशन स्किल, ड्रॉइंग एप्टिट्यूड, कलर की समझ और टीमवर्क आपको इस क्षेत्र में सफलता दिला सकती हैं.
सैलरी :- गेमिंग इंडस्ट्री में डेवलपर्स को अच्छी सैलेरी मिलती हैं.तीन से चार साल का अनुभव होने के बाद आपको 40 से 80 हजार रुपए तक की मासिक सैलरी आसानी से मिल सकती हैं.इस क्षेत्र में भी अनुभव के साथ सैलेरी में इन्क्रीमेंट होता हैं.शुरूआती तौर पर आपको वीडियो गेमिंग प्रोफेशनल्स के रूप में 20-25 हजार रुपए तक सैलरी मिल सकती हैं.
गेम डिजाइनिंग के कोर्स :-
- एडवांस डिप्लोमा इन गेम डिजाइन/ डेवलपमेंट
- एडवांस सर्टिफिकेट इन गेम आर्ट एंड इंटीग्रेशन
- सर्टिफिकेट कोर्स इन गेम डिजाइन
- डिप्लोमा इन एनिमेशन, गेमिंग एंड स्पेशल इफेक्ट्स
- बीएससी इन गेमिंग
- एमएससी इन गेमिंग
- पीजी डिप्लोमा इन गेम डिजाइन/ डेवलपमेंट
- प्रोफेशनल डिप्लोमा इन गेम प्रोग्रामिंग
प्रमुख संस्थान :-
-भारतीय विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, डीआईटीएम, पुणे
-टीजीसी एनिमेशन एंड मल्टीमीडिया, दिल्ली
-यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज,देहरादून
-एडिट वर्क्स स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, नोएडा
-महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, लखनऊ