गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार नहीं दिखेगी 'ऊंट की चाल'
गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार नहीं दिखेगी 'ऊंट की चाल'
Share:

नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार एक बड़ा बदलाव होगा। दरअसल परंपरागत तरीके से शामिल ऊंटों का दस्ता इस बार शामिल नहीं होगा। इस तरह का फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि बाॅर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों और अधिकारियों को किसी तरह के निर्देश नहीं मिले हैं। 90 सदस्यों वाले बीएसएफ के जवानों और बैंड की टुकड़ी कार्यक्रम में अभी तक रिहर्सल में शामिल नहीं हुई है। सैन्य अधिकारियों का कहना था कि यह दस्ता बीते कुछ माह से दिल्ली में ही है मगर यह रिहर्सल में शामिल नहीं हो रहा है।

इस बारे में किसी तरह के आधिकारिक निर्देश जारी नहीं हो पाए हैं। उल्लेखनीय है कि बीएसएफ की यह टुकड़ी प्रतिवर्ष 26 जनवरी को राजपथ पर आयोजित होने वाली परेड का हिस्सा रही है। जिसमें दो दल होते हैं। पहला दल 54 सदस्यीय जवान होते हैं तो दूसरी ओर 36 सदस्यीय बैंड दल भी शामिल होता है। पहला दल बीएसएफ जवान हथियारों से लैस होकर ऊंट पर सवार रहते हैं तो दूसरा दल रंगबिरंगे परिधानों में होता है। यह दल सामरिक धुन बजाते हुए चलता है।

माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम में भी यह टुकड़ी शामिल नहीं हो पाएगी। उल्लेखनीय है कि इस दल में आईटीबीपी, सीआईएसएफ और एसएसबी आदि अर्द्धसैनिक बलों को शामिल नहीं किया गया है। गणतंत्र दिवस के समारोह में थलसेना के कुत्तों के दस्ते को भी सम्मिलित किया जाता है। ये कुत्ते प्रशिक्षित होते हैं। परेड देखने वाले इनके शामिल होने और राजपथ पर चलने से बेहद उत्साहित हो जाते हैं। 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -