IS से भी खतरनाक आतंकवादी संगठन है बोको हराम, आंकड़े देख रह जायेेंगे दंग
IS से भी खतरनाक आतंकवादी संगठन है बोको हराम, आंकड़े देख रह जायेेंगे दंग
Share:

सीरिया ​: दुनिया में भले ही आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट का दबदबा हो लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बोको हराम है जी हां आप चौक गए होगे क्योकी इस्लामिक स्टेट की आए दिन खबरे आना जैसे पेरिस में निर्दोष लोगों को मारना होे, रशिया के हवाई जहाज को बम विस्फोट से उड़ाना, सीरिया में लगातार कत्लेआम और हिंसा और इंटरनेट पर वायरल क्रुरतम तरीकों से मारने की तस्वीरें... इन सबसे तो यहीं लगता है कि इस्लामिक स्टेट दुनिया का सबसे खतरनाक संगठन है लेकिन इन सबसे ज्यादा ताकतवार और खतरनाक आतंकवादी संगठन है बोको हराम ।

वर्ष 2013 के मुकाबले 2014 मौत के आकड़े 80 फिसदी बड़े

एक सर्वेक्षण के मुताबिक 2013 के मुकाबले 2014 में आतंकवादी संगठनों द्वारा मारे जाने वाले लोगो की संख्या 80 फिसदी बढ़ी है। 2014 में 32,658 लोग मारे गए जबकी 2013 में 18,111 लोगो मौत का शिकार हुए। इनमें बोको हराम 6,644 लोगों की हत्या का एकमात्र कारण बना, इनमें 77 फिसदी लोग आम नागरिक हैं। इस्लामिक स्टेट 6,073 हत्याओं के लिए कारण बना है जिनमें 44 फिसदी आम नागरिक हैं। वहीं जहां बोको हराम 453 वारदातों के लिए जिम्मेदार है वही इस्लामिक स्टेट 1,071 वारदातों के लिए जिम्मेदार साबित हुआ। दोनों ही संगठन अभी दुनिया के सामने एक चुनौती बने हुए है दोनो संगठन दुनिया में 2014 में 51 फिसदी लोगो की हत्या के कारण बने हैं। इन सभी में 78 फिसदी मौतें और 57 प्रतिशत हमले सिर्फ पांच देशों अफगानिस्तान, इराक, नाइजीरिया, पाकिस्तान और सीरिया में हुए हैं।

इराक आतंक का सबसे ज्यादा शिकार हुआ

एक ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक इराक आतंक का सबसे अधिक शिकार हुआ है । इराक में वर्ष 2014 में 9,929 लोग आतंकी हमलों का शिकार हुए ।

नाइजीरिया में आतंकी घुसपैठ का 300 प्रतिशत के पार हुआ

दुनिया को अब अफ्रिका के बारे में भी सोचना होगा यहां आतंक का प्रभाव बहुत ज्यादा बड़ गया है नाईजीरिया में 2013 के मुकाबले 2014 में आतंकी गतिविधियां 300 प्रतिशत से ज्यादा बड़ी है यहां लोग आतंकवाद के कारण दशहत का जीवन जी रहे है। नाईजीरिया में 7512 बेगुनाह लोगो को मौत का शिकार होना पड़ा। एवं अरबो की संपत्ति बरबाद हुई। इन हमलों के कारण काफी आर्थिक नुकसान हुआ । एक रिपोर्ट के अनुसार तकरीबन 3,489 अरब रूपये या 52.9 बिलियन यूएस डालर की संपत्ति को आतंकी हमलों के कारण नुकसान उठाना पड़ा यह इतिहास का सबसे बड़ा नुकसान है। जिससे नाईजीरिया अभी तक उबर नहीं पाया है।

इराक और सीरिया में विदेशी लड़ाको की संख्या बढ़ी

एक रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामिक स्टेट में इराक और सीरिया में सौ देशों के 25 से 30 हजार शामिल हैं जिनमें आधा कुनबा मिडिल ईस्ट एवं नार्थ अफ्रीकन देशों(डम्छ।) का है और तकरीबन एक चैथाई तुर्की और युरोप से संबंध रखता है। जो लगातार बढ़ता जा रहा है इस वर्ष तकरीबन सात हजार विदेशी लड़ाके इस्लामिक स्टेट में शामिल हुए है और यह आंकड़ा धीरे-धीरे बड़ता जा रहा है। आतंकवाद के बढ़ने के कई कारण है लेकिन दो महत्तवपूर्ण कारण है राजनीतिक हिंसा और युध्द। इन्हीं के कारण आतंकवाद दुनिया में धीरे-धीरे अपनी जड़े जमा रहा है और यह समस्या धीरे-धीरे गहराती ही जा रही है लेकिन कई विकसित देश भी आतंकवाद का शिकार हो रहे है विकसित देशो में और भी कई सामाजिक और आर्थिक कारण है जैसे समाज के सामंजस्य और तालमेल ना बैठा पाना, आर्थिक सफलता ना मिल पाना। इन सबके अलावा शरणार्थी समस्या भी आतंकवाद का एक कारण है लेकिन कारण कुछ भी हो आतंकवाद अब विश्व समाज के लिए नासुर बनता जा रहा हैं।

एक ताजा सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2000 से 2014 तक 15 सालों में 61 हजार से ज्यादा बड़े-छोटे आतंकवादी हमले हुए हैं, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात है विश्व में आतंकवादी हमलों से 13 प्रतिशत ज्यादा लोग कई अन्य कारणों से हत्या का शिकार होते है ये भी एक चैकानेवाला तथ्य है खैर जो भी हो हमें आतंकवाद पर अब एकजूट होना पड़ेगा।

एक रिपोर्ट के अनुसार 162 देशों(दुनिया की 99 फीसदी आबादी) अब आतंकवाद के दायरे में आ चुके है यह एक यूनिक रिपोर्ट है और इसे इंस्टीट्यूट फाॅर इकानामिक्स एंड पीस और यूनिवर्सिटी आॅफ मैरीलैंड के ैज्।त्ज् प्रोग्राम के आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है। आतंकवादी वारदात, विस्फोट, मौतें, हाइजेक, चोटें और संपत्ति का नुकसान इसके आधार बनाए गए हैं। खैर जो भी हो निष्कर्श यहीं है की अब दुनिया के सभी देशों को परस्पर विरोधों को छोड़कर आतंकवाद के खिलाफ एकजूट होना ही पड़ेगा और अगर ऐसा नहीं किया गया तो समुचे विश्व को इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -