लखनऊ: बीजेपी आलाकमान की फटकार के बाद शूटिंग छोड़कर मथुरा पहुंची अभिनेत्री और मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने भी साफ किया था कि बीजेपी मामले की सीबीआई जांच की मांग करेगी. लेकिन अब बीजेपी कार्यकर्ता अपनी इस मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए है।
पूरे प्रदेश में आज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास का घेराव की मंशा से जा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने राजभवन चौराहे पर ही रोक दिया. वे राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ भी नारे लगा रहे थे।
प्रदर्शनकारी जवाहरबाग में शहीद हुए मथुरा के पुलिस अधीक्षक नगर मुकुल द्विवेदी और फरह के थानाध्यक्ष सन्तोष यादव अमर रहे के नारे बुलन्द कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष औऱ राज्यसभा के उम्मीदवार शिव प्रताप शुक्ल कर रहे थे।
शुक्ल ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है औऱ सपा गलत बयानबाजी कर रही है. मामले की सीबीआई जांच हो ताकि गुनहगारों को सजा दी जा सके. मेरठ में प्रदर्शनाकरियों के दल का नेतृत्व कर रहे लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि सपा सरकार के राज में कानून व्यवस्था ताख पर रखा गई है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मामले की जांच अलीगढ के आयुक्त को सौंपी गई है. इस घटना में एक मंत्री पर आरोप लग रहा है. आयुक्त मंत्री के खिलाफ क्या जांच करेगा. इसलिए इसकी जांच केन्द्रीय जांच एजेन्सी को सौंप देनी चाहिए।
इसी मांग को लेकर राज्य के फैजाबाद, सोनभद्र, महराजगंज, बाराबंकी, बरेली और शाहजहांपुर समेत कई जिलों में प्रदर्शन हुए।