हाल ही में 'बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन' द्वारा कराए गए एक समारोह में बिल गेट्स और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मजाकिया अंदाज में बातें हुईं. इस कार्यक्रम में बिल गेट्स ने कहा कि उनकी दो बार ट्रंप से मुलाकात हुई और दोनों बार राष्ट्रपति ट्रंप को ये समझाना पड़ा कि एचआईवी और एचपीवी के बीच क्या अंतर होता है. एचआईवी से एड्स होता है और एचपीवी से 'सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़' फैलती है जिससे सरवाइकल कैंसर और गुप्तांगों में मस्से व दाग वगैरह हो जाते हैं.
गेट्स ने कहा कि मैने राष्ट्रपति से एचआईवी वैक्सीन बनाने के लिए रिसर्च में तेज़ी लाने को कहा तब उनको ये अंतर समझाना पड़ा. बता दें कि 'बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन' विकासशील देशों में एचआईवी फैलने से रोकने के लिए काम करता है.
अमेरिका में सबसे ज्यादा कॉमन सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज एचपीवी है. बता दें कि एचपीवी की वैक्सीन पहले से ही मौजूद है. लेकिन, तमाम कोशिशों और गहरी रिसर्च के बावजूद अब तक एचआईवी की कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है. गेट्स ने बताया कि उनकी मुलाकात पहली बार ट्रंप से यूं ही एक समारोह में हो गई थी जब वे राष्ट्रपति नहीं बने थे. उस समय वे ट्रंप से काफी प्रभावित हुए थे.
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