भोपाल: मध्य प्रदेश के मौसम ने एक बार फिर पलटी मार ली है। बृहस्पतिवार को राज्य के अधिकांश भागों में ठंड ने फिर दस्तक दी। ग्वालियर में तो पारा गिरकर 10.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ठंड के इस सीजन में राज्य के किसी जिले में यह अब तक की यह सबसे बड़ी गिरावट है। यह तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी से भी कम रहा। पचमढ़ी में पारा 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ग्वालियर के अतिरिक्त भी राज्य के कई जिलों का तापमान तेजी से गिरा। राजगढ़ में 11 डिग्री, दतिया में 11.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
राजधानी भोपाल में कई दिनों पश्चात तापमान में गिरावट आई है। यहां न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। राज्य की अधिकांश जिलों का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया। अधिकतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। 6 जिलों के तापमान को छोड़कर अन्य सभी जिलों का तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे आ गया। रायसेन का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने 25 नवंबर से 27 नवंबर तक राज्य के पश्चिमी हिस्से में गरज चमक के साथ बारिश का अनुमान व्यक्त किया है।
पूर्वी मध्य प्रदेश के लिए किसी भी प्रकार की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। वही एक्सपर्ट्स के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट आ सकती है। दिन के तापमान में गिरावट आने के आसार नजर आ रहे हैं। दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि देखी जा सकती है। प्रमुख जिलों के न्यूनतम तापमान को देखा जाए तो ग्वालियर में 10.8, राजगढ़ में 11, पचमढ़ी में 11, दतिया में 11.6, गुना में 12.8, उज्जैन में 13.7, भोपाल में 14.9, इंदौर में 16 तथा जबलपुर में 145 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। वही प्रमुख शहरों के अधिकतम तापमान की बात की जाए तो ग्वालियर में 27.3, भोपाल में 30.5, इंदौर में 29.02 दमोह में 30, जबलपुर में 29, खरगोन में 31 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। वैज्ञानिकों के अनुसार, वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी, उत्तर-पूर्वी बना रहने से राज्य में सिहरन फिर बढ़ी है। हवाओं के साथ नमी आने की वजह से शुक्रवार से आंशिक बादल छा सकते हैं। शनिवार-रविवार को भोपाल तथा इंदौर समेत राज्य के कई शहरों में बारिश हो सकती है।
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