तुलसी का पौधा हमारे देश में पूजनीय है. बहुत से घरों में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है. तुलसी का पौधा स्वास्थकर भी होता है इसके पत्ते और बीज बहुत लंबे समय से रोगों के उपचार के लिए प्रयोग में लिए जाते रहे हैं. आज हम आपको तुलसी के कुछ ऐसे नुस्खों के बारे में बताएँगे जिन्हें अपनाकर आप स्वस्थ रह सकते हैं और छोटी मोटी बीमारियों से निजात पा सकते हैं. तुलसी के कुछ पत्तों को सरसों तेल में भून लीजिए और फिर इसमें लहसुन का रस मिलाकर कान में डाल दीजिए. इससे कान के दर्द में आराम मिलेगा. अगर आपको आँखों में जलन की समस्या है, तो आपको हर रात में काली तुलसी का अर्क 2 बूंद आँखों में डालना चाहिए.
जिन लोगों को दिल की बीमारी हो, उन्हें भी तुलसी पत्ते का नियमित सेवन करना चाहिए. पीरियड्स की अनियमितता को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का नियमित रूप से सेवन किया जा सकता है. पांच तुलसी-दल और पांच काली मिर्च पानी में पीसकर पिलाएं। तुलसी–मिर्च का वह चूर्ण ढाई सौ ग्राम पानी में उबालकर पिलाने से तुरन्त असर होता है। आधे-आधे घंटे बाद दो बडे़ चम्मच पिलाते रहने से निश्चित लाभ होता है। यदि जुकाम के साथ बुखार भी हो तो चाय के अलावा तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर दिन में चार बार सेवन करें। जुकाम के कारण होने वाला ज्वर शान्त हो जाएगा।
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नकारात्मक ऊर्जा दूर करने में मदद करती है तुलसी