पहले लोग गेहूं के साथ मोटा अनाज (जौ , चना , बाजरा ) भी खाते थे , इसलिए मोटे अनाज से उन्हें पौष्टिक तत्व मिलते थे और वो तंदुरूस्त रहते थे. आजकल लोगों ने मोटा अनाज खाना छोड़कर केवल गेहूं का उपयोग करना शुरू कर दिया है. इससे उन्हें पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्व नहीं मिल पाते हैं. ज्वार , बाजरा , रागी तथा अन्य मोटे अनाज उदाहरण के लिए मक्का , जौ , जई आदि पोषण स्तर के मामले में वे गेहूं और चावल से बीस ही साबित होते हैं.
इन सब में बाजरा अधिक लाभ देता है. बाजरे में प्रोटीन व् आयरन प्रचुर मात्रा में होता है . इसमे कैंसर कारक टाक्सिन नही बनते है , जो की मक्का तथा ज्वार में बन जाते है. बाजरे की प्रकृति गरम होती है. अत : बाजरा खाने वालों को अर्थ्राइटिस , गठिया , बाव व दमा आदि नहीं होता. आइए जानते है बाजरा खाने से और क्या क्या लाभ होते है.
बाजरा खाने के लाभ:
कॉलेस्ट्रोल कम करता है.
मोटापा कम करता है.
शरीर व मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है.
मधुमेह (टाइप 2) के खतरे को कम करता है.
छोटे बच्चों में होने वाले अस्थमा रोक की सम्भावना को कम करता है.