देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा टुकड़ा खाता भिखारी माफिया
देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा टुकड़ा खाता भिखारी माफिया
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आप घर से बाहर निकलोगे तो आपको गली से लेकर चौराहे तक कई भिखारी दिख जाएंगे. इनकी तादाद रोजाना बढ़ती ही जा रही है. हम में से कई लोग अक्सर इन पर तरस खा कर इन्हे कुछ पैसे दे दिया करते है.

लेकिन क्या आप जानते है यह भिखारी इंडस्ट्री लगभग 180 करोड़ रूपए की इंडस्ट्री है. क्या आप जानते है कि इण्डिया में कुल कितने भिखारी है और उनकी सालाना इन्कम क्या है? आखिर एक भिखारी अपने खानपान पर कितना पैसा खर्च करेगा? और बाकी का बचा पैसा कहां जाता है?

इण्डिया की अर्थव्यवस्था में सुधार होने के बाद भी भारत में गरीबी और भिखमंगी की समस्यां सब से बड़ा मुद्दा है. इस मुद्दे की तह तक जाने के लिए मुहम्मद रफीउद्दीन ने कुछ रोचक तथ्यों को उजागर किया है. मुहम्मद ने पूरे इंडिया में लगभग 73,00,000 भिखारियों पर सर्वे किया. इस दौ साल चले सर्वे में जो बात सामने आई उसने सभी के होश उड़ा दिए. हमारी भिखारियों की इंडस्ट्री करीब 180 करोड़ रूपए की है.

इस सर्वे में इस बात का पता चला कि एक भिखारी सामान्यतः अपनी कमाई का 20 फीसदी खानपान पर खर्च करता है तो 30 फीसदी अपनी बुरी आदतों जैसे स्मोकिंग, ड्रिंकिंग पर. जबकि बाकी की बची 50 फीसदी कमाई उसके सेविंग अकाउंट में जाती है.

जहाँ एक तरफ गरीबी एक सच्चाई है वही दूसरी और भीख मांगना कई मामलों में एक व्यवस्थित गैंग है. एक पर्टिकुलर इलाके में भिखारी भीख मांगते रहे इसलिए उन भिखारियों को अपनी कमाई का कुछ हिस्सा इस गैंग के लीडर को देना होता है.

सब से बड़ी समस्यां यह है कि इन भिखारियों को भीख मांगने की ऐसी आदत हो गई है कि वो कोई इज्जतदार काम करने की बजाये भीख मांगना पसंद करते है. बल्कि इन में से कुछ तो नौकरी कर रहे लोगो से भी ज्यादा पैसे कमाते है.

आप अक्सर कुछ भिखारी महिलाओं कि गोद में एक बच्चा देखते होंगे जिस पर तरस खा कर आप पैसे भी दे देते है. लेकिन हम आपको बता दे कि यह बच्चे कई मामलों में उनके नहीं होते है. बल्कि किराए पर लाये या किडनैप किये बच्चे होते है. यह बच्चे लम्बे समय तक शांत रहे इसलिए इन्हे क्लोरोफॉर्म या अल्कोहल दे कर चुप करा दिया जाता है.

तो अगली बार किसी भिखारी को पैसा देने के पहले दस बार सोचे. क्योंकि इन भिखारियों को पैसा देकर आप गरीबी दूर नहीं कर रहे बल्कि और कई लोगो को इस भिखारी माफिया को ज्वाइन करने के लिए प्रेरित कर रहे है.

आप चाहे तो इमेज में मौजूद भारत के तीन सबसे आमिर भिखारियों की कमाई और सेविंग पर नजर भी डाल सकते है.

 

'अंकित पाल'

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