भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंक ऑफ बड़ौदा पर 5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाये जाने का मामला सामने आया है. आरबीआई ने यह जुर्माना पिछले साल सामने आए 6,100 करोड़ रुपए के घोटाले में अनियमितता पाए जाने के बाद लगाया है|
वस्तुतः भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ बड़ौदा पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना इसलिए लगाया है, क्योंकि आरबीआई की जांच में इंटरनल कंट्रोल मैकेनिज्म में कमियां पाईं गई थी. बता दें कि आरबीआई ने पिछले साल बैंक ऑफ बड़ौदा की अशोक विहार ब्रांच में 6,100 करोड़ रुपए इंपोर्ट रेमिटेंसेज के तौर पर डाले गए थे. सीबीआई और एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट दोनों बैंक से हांगकांग के लिए बड़े पैमाने पर रेमिटेंस की जांच कर रही हैं|
बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा है कि उसने इंटरनल कंट्रोल को मजबूत बनाने और ऐसी घटना दोबारा न हो यह सुनिश्चित करने के लिए कांप्रीहेंसिव करेक्टिव एक्शन प्लान लागू किया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी जांच में बैंक द़वारा नॉन सबमिशन और सस्पीशियस ट्रांजेक्शन रिपोर्ट फाइल करने में देरी के अलावा कई कंपनियों या लोगों द्वारा केवाईसी नार्म्स पूरा किए बिना अकाउंट खोलने जैसी अनियमितताएं पाईं थी|