नई दिल्ली: आठ माह पहले दिल्ली-एनसीआर में 2,000 सीसी से अधिक की क्षमता वाली डीजल गाड़ियों पर लगे प्रतिबन्ध से ऑटो इंडस्ट्री को करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन (आक्मा) के वार्षिक आयोजन में बोलते हुए ऑटो मैन्युफैक्चरर्स के आर्गनाइजेशन (सिआम) के प्रेसिडेंट विनोद दसारी ने कहा कि करीब आठ महीने चले इस प्रतिबन्ध से ऑटो इंडस्ट्री को करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. दसारी ने कहा कि सही जानकारी नहीं देने से कोर्ट ने डीजल गाड़ियों पर प्रतिबन्ध लगाया.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते महीने दिल्ली-एनसीआर में 2000 सीसी तक की डीजल गाड़ियों पर लगा प्रतिबन्ध हटा दिया. लेकिन कोर्ट ने 1 फीसदी ग्रीन सेस लगा दिया है. यह एक्स शोरूम प्राइस पर लगेगा. इससे ग्राहकों के लिए डीजल कार खरीदना महंगा हो जाएगा.
ऑटो कम्पनियों द्वारा 2000 या उससे ज्यादा सीसी की कारों पर 1 फीसदी एन्वयारन्मेंट टैक्स देने के लिए तैयार होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने गत माह दिल्ली में 2000 सीसी से ज्यादा की डीजल कारों के रजिस्ट्रेशन की मंजूरी दे दी. बाकी सभी डीजल कारों की सेल पर ऑर्डर बाद में जारी किया जाएगा.