नई दिल्ली : भारत में लगातार मानसून का सीजन नरमी दिखा रहा है और इसके साथ ही वैश्विक बाजार में मांग में भी कमी और आर्थिक सुधारों के मामले में सरकार की असमर्थता नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि इन सब चीजों को देखते हुआ एशियाई विकास बैंक (ADB) के द्वारा भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान चालू वित्त वर्ष में 7.8 फीसदी से कम कर के 7.4 फीसदी कर दिया गया है. इसके साथ ही एशिया के विकास के परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए भारत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के भी 4 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान लगाया है लेकिन इसके साथ ही उसका यह भी कहना है कि यदि तेल की कीमतों में तेजी आती है तो मुद्रास्फीति पर इसका प्रभाव पड़ सकता है.
ADB के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि ADO-15 के पूर्वानुमनाओं को संशोधित करते हुए इसे 7.4 फीसदी किया जाता है लेकिन साथ ही यह उम्मीद भी जताई है कि अगले सीजन में यह 7.8 फीसदी भी हो सकती है क्योकि तब तक सरकार के आर्थिक सुधार पैकेज के निष्कर्ष सामने आने लग जायेंगे. जबकि आपको इस बात से भी अवगत करवा दे कि ADB ने चालू वित्त वर्ष में इसे 7.8 फीसदी और अगले सीजन में इसके 8.2 फीसदी रहने का अनुमान भी लगाया था.