नई दिल्ली : महाराष्ट्र राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह दी है। अपनी सलाह में कांग्रेस उपाध्यक्ष को उन्होंने कहा है कि वे अधिक आक्रामक तरीके से संसद में संवाद करें। चव्हाण द्वारा यह भी कहा गया कि लोकसभा चुनाव वर्ष 2014 में हारने के बाद हुए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बहुत हद तक आगे निकलकर आए। उन्हें संसद में भारतीय जनता पार्टी के विरूद्ध अधिक आक्रामक होने की आवश्यकता के बारे में बताया। चव्हाण ने कहा कि राहुल को अपनी बाॅडी लैंग्वेज पर ध्यान देने की जरूरत है।
इससे सदन में उनका भाषण और प्रभावी लगे। दोनों ही सदनों की कार्रवाईयों का प्रसारण अधिक देर तक टेलिविजन पर होता है। ऐसे में राहुल को लंबे समय तक सदन में बोलना चाहिए। जिसके कारण केवल संसद ही ऐसा स्थान है जहां विपक्ष विभिन्न मसलों को उठा सकता है। चव्हाण द्वारा यह भी कहा गया कि आपका कार्य केवल यह नहीं है कि सरकार के किसी भी निर्णय को लेकर प्रधानमंत्री के पास जाऐं।
विपक्ष के पास संसद एक अच्छा मार्ग है जहां वह अपनी बात रख सकती है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को किसी भी विषय पर विस्तार से जानकारी मिलने और उसमें कांग्रेस की राय व विरोध करने का कारण ज्ञात हो। इस तरह की बातें तय करने की आवश्यकता पर उन्होंने जोर दिया।